हरिद्वार: रुड़की पुलिस की कस्टडी में हुई युवक की मौत के मामले में मृतक के पिता ने पुलिस पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने पुलिस को दी गई तहरीर को बदलने, पुलिस द्वारा राजेश रैना और उसके दो साथियों के साथ मिलकर उनके बेटे अखिलेश की हत्या करने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं. अब मृतक के परिजन इस मामले में इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
मृतक अखिलेश के पिता का आरोप है कि षड्यंत्र के तहत कनखल थाने में उनके द्वारा दी गई तहरीर में फेरबदल किया गया. मृतक के पिता का यह भी कहना है कि वे इस मामले में पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटते रहे, मगर उनकी सुनवाई नहीं हुई.
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अखिलेश के पिता का कहना है कि कल उन्हें जांच अधिकारी हिमानी का फोन आया. जिसमें उनसे रुड़की आने को कहा गया. जैसे ही वे रुड़की अस्पताल पहुंचने तो पता चला कि उनके बेटे अखिलेश की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है. अखिलेश के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सुरेश रैना, शिवम कर्णवाल और अनुराग त्यागी के साथ मिलकर पुलिस साजिशन उनके बेटे की हत्या की है. उन्होंने कहा पुलिस के साथ सांठ-गांठ करने की कॉल रिकॉर्डिंग भी मेरे पास है.
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वहीं, इस मामले में अखिलेश की पत्नी का कहना है कि पुलिस इस मामले में एक ही एंगल से जांच कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उनके पति को चंडीगढ़ लेने चली गई. पुलिस द्वारा हमें कोई सूचना नहीं दी गई पुलिस की कस्टडी में उनके पति की मौत हो गई. उन्होंने कहा उनके पति की मौत में लड़की वालों द्वारा मेरे पति को गोली मारने की धमकियां भी दी गई. मेरे पति 4 तारीख को घर छोड़ कर चले गए थे. जिसके बाद से पुलिस ने हमसे न तो कोई बात की और न ही हमारे कोई बयान दर्ज किए.
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बता दें कि कनखल थाना क्षेत्र के संदेश नगर के रहने वाले अखिलेश दीक्षित (34 वर्ष) जो शादीशुदा होने के साथ ही दो बच्चों के पिता है. वो बीती 4 सितबर को शाम 6 बजे के करीब बिना बताए घर से चले गए थे. जाने से पहले अखिलेश दीक्षित ने अपने घरवालों के नाम एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. अखिलेश के पिता ने कनखल थाने में तहरीर दी थी. जिसके बाद थाने में अखिलेश की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई थी.
2 दिन बीतने के बाद 6 सितबर को अखिलेश के मित्र शिवम कर्णवाल की नाबालिग बहन भी घर से फरार हो गई. इस मामले में शिवम कर्णवाल ने अखिलेश पर अपनी नाबालिग बहन के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था.
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बीती रोज पुलिस ने अखिलेश और नाबालिग लड़की को चंडीगढ़ से एक साथ बरामद किया. जिसके बाद पुलिस दोनों को हरिद्वार वापस ला रही थी. तभी रास्ते मे भगवानपुर के पास अचानक अखिलेश की हालत बिगड़ी. जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर्स ने अखिलेश को मृत घोषित कर दिया.