हरिद्वार: दहेज उत्पीड़न (Haridwar dowry harassment case) के मुकदमे से बचने के लिए पति ने पत्नी को कोर्ट केस ना करने के लिए मना तो लिया, लेकिन उसके परिजनों को शायद यह राजीनामा रास नहीं आया. बेटे के इस फैसले से नाराज परिजनों ने अपनी ही बहू की सरेराह पिटाई कर दी. जिसके बाद पिटाई से नाराज बहू ने आरोपी ससुरालियों के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर (Haridwar Jwalapur Kotwali) में मुकदमा दर्ज (case filed in haridwar dowry harassment) कराया है.
बता दें कि कोर्ट में सुलह होने के बाद पति के साथ घर लौट रही विवाहिता के साथ ससुरालियों ने मारपीट कर दी. पुलिस के मुताबिक, सुनीता निवासी साउथ प्रीत विहार रुड़की ने शिकायत देकर बताया कि 23 नवंबर 2016 को उसकी शादी उदय कुमार निवासी न्यू सुभाष नगर ज्वालापुर हरिद्वार के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद उनके बीच विवाद हो गया था. पीड़िता ने दो बार कोतवाली ज्वालापुर में शिकायत भी दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने उसके पति के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. सुनीता का कहना है कि मुकदमे से बचने के लिए उदय ने हरिद्वार परिवार न्यायालय में वाद दायर कर रखा था.
पढ़ें-हैवानियत! गर्म तवे से चमड़ी उधेड़ी, खौलता पानी डाला, 15 दिन भूखा रखा
17 सितंबर को पति उदय न्यायालय से राजीनामा करके सुनीता को अपने साथ अपने घर न्यू सुभाष नगर लेकर आ रहा था. आरोप है कि घर से कुछ दूर पहले उदय की बहन सुमन, माता ओमवती, पिता प्रेमपाल सिंह ने रास्ते में उसे रोक लिया. मारपीट करते हुए दहेज में 20 लाख रुपये की मांग भी की. इस दौरान उदय भी अपने माता-पिता के साथ शामिल रहा. पीड़िता ने कोतवाली ज्वालापुर पहुंचकर पुलिस से शिकायत की. ज्वालापुर कोतवाल (Jwalapur Kotwali) आरके सकलानी ने बताया कि जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.