हरिद्वार: लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए डीएम और एसएसपी ने उद्यमियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उद्योगपतियों ने अपनी समस्याएं बताते हुए कहा कि 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान उनके पास केवल एक हफ्ते का ही कच्चा माल बचा है. ऐसे में दवाइयों और खाद्य पदार्थों का उत्पादन बंद हो सकता है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. डीएम ने उद्योगपतियों की सभी परेशानियों को सुनते हुए उन्हें सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा है. साथ ही उनके सभी समस्याएं जल्द दूर करने का आश्वासन दिया.
कोरोना को देखते हुए देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है. कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे उद्योगों के सामने अब कच्चे माल के साथ कर्मचारियों की आवाजाही की समस्या बनी हुई है. ऐसे में एक हफ्ते के बाद फैक्ट्रियों में उत्पादन बंद हो सकता है. उद्योगपतियों ने आज जिलाधिकारी के सामने इन सब समस्याओं को रखा. साथ ही कर्मचारियों के फैक्ट्री आने-जाने का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं. उनकी बसों में सिर्फ 10 से 11 कर्मचारी ही आ रहे हैं. इस कारण ट्रांसपोर्टेशन महंगा पड़ रहा है.
पढ़ें: कोरोना का आंतक: लॉकडाउन के दौरान आखिरी व्यक्ति तक पहुंचेगा राशन, डीआईजी ने दिया भरोसा
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन में लगी फैक्ट्रियों को चालू रखने के निर्देश दिए. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिन फैक्ट्रियों को उत्पादन जारी रखने की अनुमति दी गई है वो कर्मचारियों की सुविधाओं का ध्यान रखें. डीएम ने कर्मचारियों के मूवमेंट को रोकने के लिए उनके परिषद में ही रहने खाने-पीने का इंतजाम करने को कहा.
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने भी उद्योगपतियों से दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कर्मचारियों के लिए उचित व्यवस्था करने को कहा है. उन्होंने उद्योगपतियों से साफ कहा कि जो फैक्ट्रियां सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन करती हुई पाई जाएंगी उनकी अनुमति निरस्त कर दी जाएगी.