हरिद्वार: इस बार कांवड़ मेला पर प्रतिबंध लगने के बाद हरिद्वार में सोमवती अमावस्या पर भी श्रद्धालुओं को गंगा स्नान की इजाजत नहीं होगी. सोमवती अमावस्या के अवसर के एक दिन पहले ही जिले की सभी सीमाएं सील कर हरकी पैड़ी के इलाके को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
सोमवती अमावस्या के अवसर पर सभी सीमाओं को स्नान से पहले रात से ही सील कर दिया जाएगा. बाहर से आने वाले लोगों पर यहां आने के लिए पूरी तरह प्रतिबंध होगा. अधिकारियों के अनुसार, सोमवती अमावस्या पर बाहर से यात्रियों का और स्थानीय व्यक्तियों का घाटों पर स्नान करना पूर्ण तरह से प्रतिबंधित होगा. कोरोना के चलते इस साल कई धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है. प्रशासन का मानना है कि गंगा तट पर अधिक संख्या में लोगों के आने से संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक रहेगा. जिसके चलते ये फैसला लिया गया.
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हरिद्वार के डीएम सी. रविशंकर ने कहा कि 19 और 20 जुलाई को पूर्ण तरह से सीमाओं को प्रतिबंध करने का निर्णय लिया गया है. जिसका मुख्य कारण यह है कि बाहर से स्नान के लिए हरिद्वार आने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होगी. जिससे कि संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है. साथ ही एक दिन पहले कांवड़ यात्रा का भी अंतिम दिवस है. जिसके चलते हरिद्वार की सीमाओं को पूर्ण तरह से सील किया जाएगा. जिससे कोई भी व्यक्ति बाहर से न आ सके. यह फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लिया गया है.