हरिद्वार: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) अपने पूरे चरम पर है. ऐसे में हरिद्वार में यात्रियों का सैलाब देखने को मिल रहा है. लेकिन चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार हरिद्वार में ही यात्रियों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसका प्रमुख कारण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा हाल ही में शुरू किया गया गया फ्लाईओवर का निर्माण कार्य है.
वैसे तो इस फ्लाईओवर को बीते साल कुंभ से पहले बनकर तैयार होना था. किन्हीं कारणों से इस काम को रोक दिया गया था. अब जब चारधाम यात्रा शुरू है और सड़कों पर वाहनों का रेला है, तो इस पुल का निर्माण कार्य दोबारा शुरू किया गया है. इसने न केवल बाहर से आने वाले यात्रियों को परेशान कर दिया है, बल्कि इस निर्माण कार्य से स्थानीय व्यापारी भी खासे परेशान हैं. करीब आधा किलोमीटर के फेज को पार करने में वाहनों को 2 से 3 घंटे का समय (traffic jam in haridwar) लग रहा है. यहां पर जाम लगने के कारण कई बार हरिद्वार शहर में भी हाईवे पर जाम की स्थिति घंटों बनी रहती है.
हरिद्वार के व्यापारियों का कहना है कि हरिद्वार को चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार माना जाता है. चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को हरिद्वार में ही घंटों जाम से जूझना पड़ रहा है. हरिद्वार में दूधाधारी चौक से शांतिकुंज तक निर्माणाधीन फ्लाईओवर जाम की मुख्य वजह बन गया है. एक ओर जहां यात्री परेशानी झेल रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय व्यापारी भी फ्लाईओवर के निर्माण पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
व्यापारी नेता कैलाश केसवानी का कहना है कि इस काम को शुरू करने से पहले हाईवे अथॉरिटी को इसके लिए कोई वैकल्पिक मार्ग तैयार करना चाहिए था. अगर वह कोई ऐसा मार्ग तैयार नहीं कर पाए, तो इस काम को तत्काल उन्हें रोक देना चाहिए. हाईवे निर्माण करने वाले अधिकारियों ने यात्रा सीजन को पूरी तरह से फेल करने का ठेका उठा लिया है. नए-नए नियम लागू कर यात्रा को डायवर्ट कर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है. जिस समय हरिद्वार में यात्रियों का नामो निशान नहीं था, उस समय एनएच ने इस निर्माण कार्य को नहीं करवाया. अब जब यात्री पहुंचना शुरू हुए हैं, तो इस काम को शुरू कर सभी को परेशान किया जा रहा है.
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एनएच के मैनेजर अतुल शर्मा (NH manager Atul Sharma) का कहना है अभी भी इस फ्लाईओवर के निर्माण में कम से कम एक साल का समय और लग सकता है. उन्होंने कहा कि हायर लेवल पर कई बार विलंब होता है. इस कारण निर्माण कार्य को बीच में ही रोकना पड़ता है. जनवरी 2022 में इस फ्लाईओवर को बनाने का टेंडर हो गया था लेकिन उसके बाद आचार संहिता लगने के कारण काम शुरू नहीं हो पाया.
अप्रैल में एजेंसी ने काम शुरू किया तो पुल के निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री की कमी हो गई है. इस फ्लाईओवर को पूरी तरह से तैयार करने के लिए ठेकेदार को 18 महीने का समय दिया गया है लेकिन उम्मीद है कि एक साल के भीतर इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. यदि मटेरियल समय से मिलना शुरू हो गया, तो हम इस कार्य को समय से पूरा कर लेंगे. इस संबंध में एनएचएआई ने शासन को भी पत्र लिख दिया है.
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बता दें, देहरादून और मुजफ्फरनगर के बीच बनाया जा रहा हाईवे 10 साल से ज्यादा का समय से बन रहा है. लेकिन इस एनएच-58 का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. यह हाल तब हैं जब इन सालों में हरिद्वार में दो महाकुंभ और एक अर्ध कुंभ का आयोजन हो चुका है. इन आयोजनों में करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं. अब चारधाम यात्रा यात्रा सीजन में इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू किए जाने से अब हरिद्वार का व्यापारी खासा नाराज हैं.