हरिद्वार: 14 फरवरी का दिन अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करने का दिन है. इस दिन का हर किसी प्यार करने को बेसब्री से इंतजार रहता है. हम बात कर रहे हैं प्यार के दिन की यानि 'वेलेंटाइन डे' की. इस दिन को विभिन्न देशों में अलग-अलग अंदाज और विश्वास के साथ मनाया जाता है. वैसे तो आपने बहुत सी प्रेम कहानियां सुनी, पढ़ी और देखी होगी. लेकिन आज हम आपको धर्मनगरी हरिद्वार की एक प्रेमी जोड़े की कहानी से मुखातिब कराने जा रहे हैं जो आपके दिल में उतर जाएगी.
दरअसल, ये कहानी संदीप और सोनिया की है. संदीप अरोड़ा मूकबधिर है लेकिन वो प्यार की भाषा बखूबी बोलते और समझते हैं. हर प्रेमी जोड़े की तरह संदीप और सोनिया के जीवन में भी तमाम उतार और चढ़ाव आए. लेकिन दोनों ने हंसते-हंसते उन्हें बखूबी पार पा लिया. उनकी शादी को आज 22 सालों का समय बीत चुका है. लेकिन उनके प्यार में आज भी वह तरो ताजगी मौजूद है.
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सोनिया बताती है कि दोनों पहली बार अपनी दोस्त पूजा के घर मिले थे. धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे से चिट्ठी में बातें करने लगे और दोस्ती परवान चढ़ते हुए कब प्यार में बदल गई इसका इन दोनों को ही पता नहीं चला. जब दोनों ने एक-दूसरे को अपना हमसफर बनाने की ठानी तो उनके सामने कई दिक्कतें आई. संदीप के दिव्यांग होने की वजह से सोनिया का परिवार इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था. लिहाजा, उन्होंने अपनी बेटी की शादी संदीप से कराने से मना कर दिया. लेकिन सोनिया और संदीप एक-दूजे के लिए ही बने थे. लिहाजा, एक दिन संदीप हरिद्वार से सोनिया को स्कूटर पर बैठाकर रुड़की ले गया. जहां दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली.
आज संदीप और सोनिया की शादी को 22 साल से ज्यादा का समय हो गया है, दोनों का प्यार आज भी वैसे ही जवां है. जैसे दोनों अभी-अभी मिले हो, सोनिया बताती है कि दोनों की कभी कभार किसी बात को लेकर अनबन और लड़ाई भी होती है लेकिन फिर हमेशा की तरह सब ठीक हो जाता है. बहरहाल, जहां आज छोटी-छोटी बातों पर बड़े से बड़े रिश्ते पलभर में टूट जाते है. वहां तमाम परेशानियों के बाद भी संदीप और सोनिया अपने आप में प्यार की एक मिसाल बने हुए हैं.