हरिद्वार: सोमवार रात को हरकी पैड़ी की एक दीवार ढह गई थी. तब बताया गया था कि दीवार बिजली गिरने से ढही है. अब दीवार ढहने की असली वजह पता चल गई है. डीएम ने जो जांच टीम बनाई थी उसकी रिपोर्ट में दीवार ढहने का कारण कुछ और ही निकला है. तीन सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट के अनुसार दीवार ढहने की वजह बिजली गिरना नहीं बल्कि हरकी पैड़ी क्षेत्र में हो रहे भूमिगत कार्यों की वजह से पानी का भारी मात्रा में रिसाव बताया गया है. पानी के इसी अत्यधिक रिसाव से दीवार ढह गई. जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि भविष्य में संबंधित क्षेत्र में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी.
जिले के तमाम क्षेत्रों में भूमिगत बिजली लाइन और गैस पाइप लाइन का कार्य चल रहा है. जिस कारण से जगह-जगह खुदाई कर गड्ढों को ऐसे ही छोड़ दिया गया है. ऐसे में भारी बारिश के चलते तमाम गड्डे लोगों के लिए आफत बन गये हैं. जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि दीवार ढहने की जांच के लिए बनाई गई टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी है. जांच में टीम ने पाया कि दीवार बिजली गिरने से नहीं ढही थी, बल्कि पानी के रिसाव के कारण गिरी थी.
जिलाधिकारी का कहना है कि भविष्य में संबंधित क्षेत्र में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी. जिलाधिकारी ने जांच टीम में एक टेक्निकल ऑफिसर्स की कमेटी बनाई थी. जिसमें एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीडब्ल्यूडी, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर यूपीसीएल, इरिगेशन के ईई और एक डिस्ट्रिक्ट माइनिंग अफसर शामिल थे.
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बता दें कि स्थानीय लोगों ने बीते दिन ही कहा था कि बिजली गिरने से दीवार नहीं गिरी है. यह सिर्फ अफवाह है. तेज बारिश होने की वजह से पानी इकट्ठा हो गया था. पानी को निकलने की कहीं जगह नहीं मिली. पानी के दवाब के कारण दीवार ढह गई. क्योंकि यहां पर सीवर लाइन, बिजली की लाइन और गैस पाइपलाइन के कार्य चल रहे हैं. उसकी वजह से जगह-जगह से सड़कें टूटी हुई हैं. बारिश के मौसम में इन स्थानों में पानी भर जाता है. यह दीवार काफी पुरानी भी थी. गनीमत रही कि उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था, नहीं तो लोगों की जान भी जा सकती थी.