हरिद्वार: उत्तराखंड बीजेपी में इन दिनों सब कुछ सही नहीं चल रहा है, तभी तो बीजेपी विधायक ने अपने ही मंत्री मदन कौशिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्वामी यतीश्वरानंद मदन कौशिक पर भूमाफिया और शिक्षा माफिया से सांठ-गांठ करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कह रहे है. उनका कहना है कि मेरे द्वारा लगाए गए आरोप अगर सही साबित नहीं हुए तो मैं राजनैतिक जीवन से सन्यास ले लूंगा.
ऐतिहासिक संस्था गुरुकुल महाविद्यालय में वर्चस्व को लेकर मंत्री मदन कौशिक और बीजेपी विधायक स्वामी यतिश्वरानंद के बीच खिंची तलवारें अब राज्य सरकार की किरकिरी करा रही हैं. गुरुकुल महाविद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर स्वामी यतीश्वरानंद ने सरकार से मांग की है कि मंत्री मदन कौशिक की संलिप्तता को लेकर उच्च स्तरीय एजेंसी से जांच कराई जाए.
बीजेपी विधायक ने कहा कि मंत्री मदन कौशिक कई भूमाफियाओं और शिक्षा माफियाओं के साथ मिलकर गुरुकुल महाविद्यालय की पौराणिक जमीन को खुर्दबुर्द करने में लगे हैं. जिससे गुरुकुल महाविद्यालय के अस्तित्व पर संकट आ गया है. अगर इस जांच में मंत्री मदन कौशिक की संलिप्तता साबित नहीं होती है तो वे राजनैतिक जीवन से संन्यास ले लेंगे.
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वहीं गुरुकुल बचाओ संघर्ष समिति के प्रवक्ता ने कहा कि 23 फरवरी को बड़ी हुंकार रैली का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में आर्य समाज से जुड़े लोग हिस्सा लेंगे और राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे.
विधायक और मंत्री के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई से अब त्रिवेंद्र सरकार की किरकिरी हो रही है. अब देखने वाली बात ये होगी कि इस मामले में पार्टी अध्यक्ष और सरकार क्या एक्शन लेती है? क्योंकि विधायक और मंत्री आमने-सामने हैं और विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है.