हरिद्वार: देश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली ने शनिवार को दिल्ली स्थित एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. जेटली पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे. जटेली ने देश के लिए कई ऐसे काम किए हैं, जिनको जनता हमेशा याद रखेगी, लेकिन इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद उनकी एक इच्छा अधूरी रह गई.
अरुण जेटली 2010 में हरिद्वार कुंभ में अपने परिवार के साथ आए थे. इस दौरान उन्होंने मां गंगा का पूजन किया था और देश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने की मन्नत मांगी थी. तब उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनती है तो वह 2021 में हरिद्वार में लगने वाले कुंभ में आकर गंगा पूजन करेंगे, लेकिन उनकी ये इच्छा अधूरी रह गई.
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अरुण जेटली की मां गंगा में बड़ी आस्था थी. 2010 के कुंभ में जब जेटली हरिद्वार आए थे तो उनके साथ विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय अशोक सिंघल भी थे. हरिद्वार गंगा सभा के तत्कालीन प्रवक्ता प्रतीक मिश्रपुरी ने बतााया कि अरुण जेटली मां गंगा में काफी आस्था रखते थे. 2010 में जटेली ने गंगा सभा के रजिस्टर में गंगा के प्रति अपने भाव प्रकट किए थे. उन्होंने गंगा को मोक्ष दायिनी पापनाशिनी से संबोधित किया था. साथ ही गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प भी लिया था.
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प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक अरुण जटेली ने मां गंगा से मन्नत मांगी थी कि यदि देश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकारी बनती है वो 2021 में महाकुंभ में मां गंगा की पूजा करने हरिद्वार आएंगे. 2010 के गंगा सभा के महामंत्री वीरेंद्र श्रीकुंज को उन्होंने अपने मन की यह बात बताई थी. मगर अरुण जेटली की यह ख्वाहिश अधूरी रह गई और वह इस दुनिया को अलविदा कह गए.