हरिद्वार: देश के पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का दिल्ली स्थित एम्स में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. जेटली को कैंसर की बीमारी थी. इस बीमारी का उनको सबसे पहले धर्मनगरी हरिद्वार में ही पता चला था, जब अरुण जेटली पतंजलि योगपीठ आए थे. वहां से जब जेटली पदार्था में पतंजलि द्वारा बनाये गए फूड पार्क घूमने गए तो हेलीकॉप्टर में चढ़ते वक्त गिर पड़े थे और घायल हो गए थे, तब उनका इलाज पतंजलि द्वारा बनाये गए योग ग्राम में किया गया था.
अरुण जेटली 12 मार्च 2017 को पतंजलि योगपीठ योग ग्राम आए थे. यहां से पदार्था फूड पार्क देखने गए थे मगर वापस दिल्ली जाते हुए हेलीकॉप्टर पर चढ़ते वक्त अरुण जेटली घायल हो गए थे, उस दौरान उनके सिर पर चोट आई थी. जेटली का इलाज योग ग्राम में किया गया था.
पढ़ें- एम्स में ही बाबा स्वामी रामदेव ने काटी रात, आचार्य बालकृष्ण की तबीयत में सुधार
हरिद्वार से लौटने के बाद जब जेटली ने दिल्ली में चेकअप कराया तो कैंसर की बीमारी का पता चला था. कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आखिरकार अरुण जेटली इस दुनिया को अलविदा कह गए.
जेटली देश के दिग्गज नेताओं में शुमार थे. मोदी सरकार में जीएसटी लागू करने का अहम योगदान भी अरुण जेटली को जाता है. जीएसटी को लेकर अरुण जेटली लगातार विपक्ष के निशाने पर भी रहे मगर विपक्ष के दबाव को दरकिनार कर जीएसटी को लागू करवाया था. अरुण जेटली नरेंद्र मोदी के भी काफी करीबी माने जाते हैं क्योंकि दो बार गुजरात चुनाव के प्रभारी भी रहे हैं और तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे.
पढ़ें- अरुण जेटली नहीं रहे, लंबे समय से बीमार थे
अरुण जेटली के इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद बीजेपी के बड़े नेताओं सहित देशभर में शोक की लहर है. जेटली एक ऐसे राजनेता थे जो हमेशा ही कुछ कर गुजरने का जज्बा रखते थे आज उनके इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद सभी की आंखें नम हैं.