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धर्म संसद हेट स्पीच: SIT गठन से संतों में रोष, CM के विरोध में चलाएंगे जन जागरण अभियान - Dharma Sansad Hate Speech SIT inspection

धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद में हेट स्पीच (Haridwar hate speech case) मामले में साधु-संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से संत नाराज थे. अब एसआईटी जांच बिठाने से संतों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. संतों ने कहा है कि वो मुख्यमंत्री के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएंगे.

Dharma Sansad Hate Speech
SIT गठन से संतों में रोष
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Published : Jan 6, 2022, 3:16 PM IST

Updated : Jan 6, 2022, 4:57 PM IST

रुड़की: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद में हेट स्पीच (Haridwar hate speech case) का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. संतों पर हुए मुकदमे और एसआईटी द्वारा इस मामले की जांच कराए जाने से संत समाज में रोष है. संत समाज द्वारा 16 जनवरी को इसके विरोध में प्रतिकार सभा का आयोजन किया जा रहा है. इस सभा में देश भर के संतों को आमंत्रित किया गया है. वहीं संत समाज में इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) की भूमिका पर भी आक्रोश है. संतों ने चेतावनी दी है कि प्रतिकार सभा के बाद मुख्यमंत्री के खिलाफ पूरे उत्तराखंड में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा.

दरअसल, श्री कृष्ण प्रणामी गो सेवा धाम टोडा अहतमाल रुड़की से जुड़े संत स्वामी सागर सिंधु राज का कहना है कि जिहादी लोग इस देश को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं. जो इस देश का खाते हैं और गुणगान पाकिस्तान और दूसरे मुल्कों का करते हैं. वह इस देश में संविधान की सरकार नहीं बल्कि इस्लाम की सरकार बनाना चाहते हैं. सभी को ऐसे जिहादियों का विरोध करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम आम मुसलमान के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने हरिद्वार हेट स्पीच मामले में सीएम धामी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.

धर्म संसद हेट स्पीच

पढ़ें- बीजेपी की विजय संकल्प यात्रा: राजनाथ बोले- 5 साल और दे दीजिए, आदर्श राज्य बनाएंगे

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा. बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले संतों की नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को महंगी पड़ सकती है. क्योंकि संत समाज अब धर्म संसद में हेट स्पीच मामले में संतों पर हुए मुकदमे और एसआईटी जांच के खिलाफ मुखर हो गया है. उनके निशाने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हैं. इसको लेकर संत समाज बड़े पैमाने पर 16 जनवरी को देश के कोने-कोने से संतों को प्रतिकार सभा के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. अब देखना होगा संत समाज की नाराजगी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैसे दूर करते हैं.

रुड़की: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद में हेट स्पीच (Haridwar hate speech case) का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. संतों पर हुए मुकदमे और एसआईटी द्वारा इस मामले की जांच कराए जाने से संत समाज में रोष है. संत समाज द्वारा 16 जनवरी को इसके विरोध में प्रतिकार सभा का आयोजन किया जा रहा है. इस सभा में देश भर के संतों को आमंत्रित किया गया है. वहीं संत समाज में इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) की भूमिका पर भी आक्रोश है. संतों ने चेतावनी दी है कि प्रतिकार सभा के बाद मुख्यमंत्री के खिलाफ पूरे उत्तराखंड में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा.

दरअसल, श्री कृष्ण प्रणामी गो सेवा धाम टोडा अहतमाल रुड़की से जुड़े संत स्वामी सागर सिंधु राज का कहना है कि जिहादी लोग इस देश को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं. जो इस देश का खाते हैं और गुणगान पाकिस्तान और दूसरे मुल्कों का करते हैं. वह इस देश में संविधान की सरकार नहीं बल्कि इस्लाम की सरकार बनाना चाहते हैं. सभी को ऐसे जिहादियों का विरोध करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम आम मुसलमान के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने हरिद्वार हेट स्पीच मामले में सीएम धामी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.

धर्म संसद हेट स्पीच

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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा. बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले संतों की नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को महंगी पड़ सकती है. क्योंकि संत समाज अब धर्म संसद में हेट स्पीच मामले में संतों पर हुए मुकदमे और एसआईटी जांच के खिलाफ मुखर हो गया है. उनके निशाने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हैं. इसको लेकर संत समाज बड़े पैमाने पर 16 जनवरी को देश के कोने-कोने से संतों को प्रतिकार सभा के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. अब देखना होगा संत समाज की नाराजगी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैसे दूर करते हैं.

Last Updated : Jan 6, 2022, 4:57 PM IST
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