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अपर मेला अधिकारी ने गंगा किनारे के कैंपों का किया निरीक्षण, अलर्ट रहने का आदेश - हरिद्वार हिंदी समाचार

चमोली के सुमना में ग्लेशियर फटने के बाद कुंभ अपर मेलाधिकारी ने गंगा किनारे बने कैंपों का निरीक्षण किया. उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

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अपर मेला अधिकारी ने कैंपों का किया निरीक्षण
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Published : Apr 24, 2021, 5:13 PM IST

हरिद्वार: कुंभ मेला प्रशासन शुक्रवार को चमोली के सुमना में ग्लेशियर फटने के बाद अलर्ट हो गया है. आज कुंभ अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बैरागी कैंप और नीलधारा सेक्टर में गंगा किनारे बने कैंपों का निरीक्षण किया. आशंका ये जताई जा रही है कि ग्लेशियर फटने के बाद गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो सकती है. ऐसे में हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में मेला प्रशासन इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है.

अपर मेला अधिकारी ने कैंपों का किया निरीक्षण

दरअसल, बैरागी कैंप और नीलधारा क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में बैरागी संतों और शंकराचार्यों के पंडाल गंगा के किनारे लगे हुए हैं. इतना ही नहीं कुंभ मेले का मीडिया सेंटर भी वहीं पर स्थापित है. मेला प्रशासन का कहना है कि फिलहाल इन क्षेत्रों में अभी तक किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. अगर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता भी है, तो समय रहते इन क्षेत्रों को खाली कराया जा सकता है. इसके लिए मेला प्रशासन, उत्तराखंड सिंचाई विभाग और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग लगातार संपर्क में हैं.

ये भी पढ़ें: दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचा कोरोना वायरस, पर्वतारोही मिला संक्रमित

वहीं, कुंभ मेला प्रशासन के अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि जब से चमोली के सुमना में ग्लेशियर फटने की सूचना मिली है, तब से हमारी ओर से लगातार वर्तमान स्थिति पर नजर रखी जा रही है. फिलहाल स्थिति अभी सामान्य है, लेकिन अनहोनी को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को समय रहते टाला जा सके.

हरिद्वार: कुंभ मेला प्रशासन शुक्रवार को चमोली के सुमना में ग्लेशियर फटने के बाद अलर्ट हो गया है. आज कुंभ अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बैरागी कैंप और नीलधारा सेक्टर में गंगा किनारे बने कैंपों का निरीक्षण किया. आशंका ये जताई जा रही है कि ग्लेशियर फटने के बाद गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो सकती है. ऐसे में हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में मेला प्रशासन इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है.

अपर मेला अधिकारी ने कैंपों का किया निरीक्षण

दरअसल, बैरागी कैंप और नीलधारा क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में बैरागी संतों और शंकराचार्यों के पंडाल गंगा के किनारे लगे हुए हैं. इतना ही नहीं कुंभ मेले का मीडिया सेंटर भी वहीं पर स्थापित है. मेला प्रशासन का कहना है कि फिलहाल इन क्षेत्रों में अभी तक किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. अगर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता भी है, तो समय रहते इन क्षेत्रों को खाली कराया जा सकता है. इसके लिए मेला प्रशासन, उत्तराखंड सिंचाई विभाग और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग लगातार संपर्क में हैं.

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वहीं, कुंभ मेला प्रशासन के अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि जब से चमोली के सुमना में ग्लेशियर फटने की सूचना मिली है, तब से हमारी ओर से लगातार वर्तमान स्थिति पर नजर रखी जा रही है. फिलहाल स्थिति अभी सामान्य है, लेकिन अनहोनी को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को समय रहते टाला जा सके.

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