देहरादून: राजधानी देहरादून में रेलवे का निजीकरण किए जाने का विरोध शुरू हो गया है, इसी कड़ी में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेलवे के निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया, हालांकि पुलिस ने रेलवे स्टेशन से कुछ पहले ही प्रदर्शनकारियों को बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया, जहां प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया.
वहीं, प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी ने कहा कि मोदी सरकार देश की संपत्तियों को बारी-बारी से निजी हाथों में सौंप रही है और अब सरकार ने रेलवे का भी निजी करण करने का फैसला लिया है, जिसमें 119 रेलवे रूटों पर 151 ट्रेनों का निजीकरण किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि सफर करने वाले ज्यादातर गरीब लोगों का एकमात्र जरिया रेल हुआ करती है, लेकिन अब भविष्य में गरीब जनता के लिए रेल में सफर करना महंगा पड़ जाएगा, क्योंकि रेलवे का निजीकरण होने के बाद रेलवे टिकटों के दामों में भारी इजाफा होगा.
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कांग्रेस ने रेलवे के निजीकरण किए जाने का विरोध करते हुए चेतावनी दी है कि यदि मोदी सरकार ने रेलवे के निजीकरण की प्रक्रिया नहीं रोकी तो उन्हें मजबूर होकर उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी केंद्र की भाजपा सरकार की होगी.