ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में वर्ल्ड फैमिली डॉक्टर्स डे मनाया गया. जिसमें समाज के बीच स्वास्थ्य के साथ-साथ भ्रांतियों के समाधान में फैमिली चिकित्सकों की भूमिका को अहम बताया गया. इस दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अपनी बातें रखी.
वर्ल्ड फैमिली डॉक्टर्स डे पर वक्ताओं ने कहा कि फैमिली फिजिशियंस जो मुख्य रूप से समाज के बीच जाकर अपनी सेवाएं देते हैं, उन्हें कम्यूनिटी में एक चिकित्सक के साथ-साथ पारिवारिक सदस्य की तरह भूमिका निभानी होती है. इस दौरान चिकित्स का समाज से जुड़ाव किस तरह हो तथा वह आम लोगों तक चिकित्सा सुविधाएं कैसे पहुंचाए, इस विषय पर चर्चा की गई. जिससे डॉक्टर आम लोगों की स्वास्थ्य संंबंधी दिक्कतों से रूबरू हो सके.
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वहीं एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय में प्राइमरी केयर फिजिशियंस की चुनौतियां बढ़ गई हैं. उन्होंंने कहा कि फैमिली फिजिशियन मरीज के फस्ट कांटेक्ट होते हैं और कम्यूनिटी के सबसे नजदीक यही चिकित्सक रहते हैं. उन्होंने कहा कि समाज में कोविड-19 को लेकर फैल रही भ्रांतियों और समाज में व्याप्त भय के वातावरण को कम करने और उनकी शंकाओं के समाधान में चिकित्सक अहम योगदान दे रहे हैं.