देहरादून: थाना पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत एक महिला ने फर्जी शादी कर ठगी की है. महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक को साथ शादी का झांसा देकर पहले फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनाया. जिसके बाद महिला ने रजिस्ट्रार के यहां अपने नाम पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर युवक की ही जमीन बेच दी. युवक द्वारा न्यायालय में शिकायत करने के बाद न्यायालय के आदेश पर महिला सहित उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है.
धर्मसिंह निवासी निरंजनपुर गढ़वाल कॉलोनी ने शिकायत दर्ज कराई की वह पढ़ा लिखा नहीं है, सिर्फ हस्ताक्षर करना जनता है. धर्मसिंह का परिचय देश राज, बाबूराम और रोहित से था. तीनों आरोपियों ने 2018 में अरुणा से मिलवाया. उन्होंने कहा कि अरुणा अविवाहित है, उससे शादी करने के लिए राजी कर दिया. धर्मसिंह शादी करने के लिए राजी हो गया. 9 मार्च 2018 को कोर्ट ले जाया गया.
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कोर्ट में कागजात पर हस्ताक्षर कराए गए. फोटो भी ली गई. उसके बाद धर्मसिंह को बताया कि एक महीने के बाद विवाह हो जाएगा. एक महीना बीत जाने के बाद जब शादी के लिए कहा गया तो महिला अरुणा ने बीमारी का बहाना करते हुए शादी के लिए मना कर दिया. धर्मसिंह द्वारा जांच पड़ताल करने के बाद पता चला कि अरुणा पहले से ही शादीशुदा है. उसके पति का नाम बच्चूराम है. साथ ही सभी ने षड्यंत्र के तहत फर्जी और कूट रचित आर्य समाज मंदिर करनपुर का विवाह प्रमाण पत्र बनाकर शादी से सब रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्टर्ड करा दी. इसमें अरुणा की फर्जी आईडी लगी है. जमीन की एक फर्जी पावर अटॉर्नी के नाम पर बनाई गई. दो दिन बाद उस फर्जी पावर अटॉर्नी से जमीन को रोहित नाम के शख्स को बेचा गया.
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थाना पटेल नगर प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद अरुणा,देशराज,बाबूराम,अर्जुन सिंह,विकास और रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई.