ETV Bharat / state

किसानों पर दोहरी मार, बारिश के बाद अब हाथियों ने बर्बाद की धान की फसल - ऋषिकेश न्यूज

कुछ दिन पहले लगातार हुई बारिश से धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा. वहीं अब बची हुई फसल को हाथी बर्बाद कर रहे हैं.

फसल
author img

By

Published : Oct 2, 2019, 12:00 PM IST

ऋषिकेश: देश का पेट भरने वाले किसानों के सामने ही रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जहां श्यामपुर के खदरी सड़क माफ के किसानों की फसल बेमौसम बारिश ने बर्बाद कर दी थी. वहीं अब बची कुची फसलों पर हाथी कहर बरपा रहे हैं. इलाके में कई बीघा धान की फसल को हाथियों ने चट कर दिया है.

बता दें कि श्यामपुर के खदरी खड़क माफ के किसान इस सयम असमंजस में हैं कि अब अपना दुखड़ा रोने के लिए किसके पास जाएं. बेमौसम की बरसात ने सैकड़ों बीघा धान की फसल को बर्बाद करके रख दिया है. किसान कुछ सोच पाते कि उनकी बची कुची फसलों को अब हाथियों ने बर्बाद कर रख दिया.

बारिश के बाद अब हाथियों ने बर्बाद की धान की फसल.

पढ़ें:सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध का कांग्रेस ने किया स्वागत, धस्माना बोले- फैक्ट्रियों पर भी लगे लगाम

किसान विनोद जुगलान ने बताया कि कई सालों से खेतों को हाथियों के प्रकोप से बचाने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही थी, लेकिन इस ओर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद रिजर्व फॉरेस्ट से डिमांड की गई तो देर से ही सही उन्होंने उनकी मांग को सुनते हुए गांव के किनारे लगभग 2 किलोमीटर की लंबी खाई खुदवाई ताकि हाथी फसलों तक न पहुंच सके. लेकिन खाई खुदवाने के बावजूद भी हाथी की आमद रुकने का नाम नहीं ले रही है. अभी भी हाथी खेतों में जाकर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं.

ऋषिकेश: देश का पेट भरने वाले किसानों के सामने ही रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जहां श्यामपुर के खदरी सड़क माफ के किसानों की फसल बेमौसम बारिश ने बर्बाद कर दी थी. वहीं अब बची कुची फसलों पर हाथी कहर बरपा रहे हैं. इलाके में कई बीघा धान की फसल को हाथियों ने चट कर दिया है.

बता दें कि श्यामपुर के खदरी खड़क माफ के किसान इस सयम असमंजस में हैं कि अब अपना दुखड़ा रोने के लिए किसके पास जाएं. बेमौसम की बरसात ने सैकड़ों बीघा धान की फसल को बर्बाद करके रख दिया है. किसान कुछ सोच पाते कि उनकी बची कुची फसलों को अब हाथियों ने बर्बाद कर रख दिया.

बारिश के बाद अब हाथियों ने बर्बाद की धान की फसल.

पढ़ें:सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध का कांग्रेस ने किया स्वागत, धस्माना बोले- फैक्ट्रियों पर भी लगे लगाम

किसान विनोद जुगलान ने बताया कि कई सालों से खेतों को हाथियों के प्रकोप से बचाने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही थी, लेकिन इस ओर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद रिजर्व फॉरेस्ट से डिमांड की गई तो देर से ही सही उन्होंने उनकी मांग को सुनते हुए गांव के किनारे लगभग 2 किलोमीटर की लंबी खाई खुदवाई ताकि हाथी फसलों तक न पहुंच सके. लेकिन खाई खुदवाने के बावजूद भी हाथी की आमद रुकने का नाम नहीं ले रही है. अभी भी हाथी खेतों में जाकर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं.

Intro:Feed send on FTP
Folder name--Elephant

ऋषिकेश-- देश का पेट भरने वाले किसानों के सामने खुद ही रोजी-रोटी का संकट सताने लगा है जी हां पहले बेमौसम बरसात ने फसलों को बर्बाद किया उसके बाद बची कुची फसलों पर हाथी का कहर देखने को मिल रहा है श्यामपुर के खदरी खड़क माह में कई बीघा धान की फसल को हाथी चट कर गया ऐसे में अब किसान जाए तो कहां जाए।


Body:वी/ओ-- श्यामपुर के खदरी खड़क माफ के किसान इस असमंजस में है कि अब अपना दुखड़ा रोने अखिल जाए तो किसके पास बेमौसम की बरसात में सैकड़ों बीघा धान की फसल को बर्बाद करके रख दिया है अब किसान कुछ सोच पाता की उसकी बची कुची फसलों पर अब हाथी का कहर देखने को मिल रहा है हाथी कई बीघा फसलों को चट कर गया फसलों की यह दुर्दशा देखने के बाद किसान अब बेहद निराश और हताश बैठा है किसानों का कहना है कि अपनी फसलों को आखिर किस किस से बचाया जाए पहले आसमानी आफत और अब जंगली जानवर।


Conclusion:वी/ओ-- खेती-बाड़ी कर अपने परिवार का जीवन यापन करने वाले किसानों का कहना है कि अपने खेतों को बचाने के लिए पहले तो कई वर्षों तक राजा जी टाइगर रिजर्व प्रशासन से मांग की गई लेकिन उन्होंने इस और कोई ध्यान नहीं दिया जिसके बाद रिजर्व फॉरेस्ट से डिमांड की गई तो देर से ही सही उन्होंने उनकी डिमांड को सुनते हुए गांव के किनारे लगभग 2 किलोमीटर की लंबी खाई खुदवाई ताकि हाथी फसलों तक न पहुंच सके लेकिन खेलने के बावजूद भी हाथी की आमद रुकने का नाम नहीं ले रही है अभी भी हाथी लोगों की फसलों में जा जाकर फसलों को बर्बाद कर रहा है।

बाईट--विनोद जुगलान(किसान)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.