ऋषिकेश: पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा को पार कर गया है. अब गंगा खतरे के निशान से कुछ ही सेंटीमीटर नीचे बह रही है. वहीं, गंगा के बढ़ते जलस्तर की वजह से कई घाट जलमग्न हो गए हैं. परमार्थ निकेतन घाट पर बनीं शिव की मूर्ति को छूकर गंगा बह रही है.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई है. उत्तराखंड में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है. बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हैं. वहीं ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. इस समय ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर 340.30 सेंटीमीटर है, जो खतरे के निशान से मात्र 20 सेंटीमीटर ही नीचे है. गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से ऋषिकेश में कई गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं.
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वहीं, ऋषिकेश त्रिवेणी घाट भी जलमग्न हो गया है. आलम ये है कि परमार्थ निकेतन स्थित प्रमाणित घाट पर लगी शिव की मूर्ति को छूकर गंगा बह रही है. गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से चंदेश्वर नगर के कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति हो गई थी, प्रशासन ने एहतियातन बस्ती में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है. वहीं, एसडीएम अपूर्वा पाण्डेय अपनी टीम लेखपाल सतीश चंद जोशी के साथ कई सस्सियों को लेकर पूरी रात चंद्रेश्वर नगर और गंगा घाटों के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी करती रहीं.