देहरादूनः विजिलेंस टीम ने एक परिवहन कर्मचारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कर्मचारी परिवहन आयुक्त कार्यालय में प्रदूषण जांच केंद्र की लाइसेंस फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर घूस ले रहा था. वहीं, विजिलेंस टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक, काशीपुर के एक व्यक्ति ने बीते 30 सितंबर 2019 को ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. परिवहन विभाग के नियमानुसार आवेदक ने सभी तरह की मशीनरी और भौगोलिक सत्यापन समेत सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं. साथ ही सभी दस्तावेज हल्द्वानी स्थित RTO कार्यालय में जमा करवाया. जिसके बाद आवेदक की सारी रिपोर्ट देहरादून में स्थित अपर परिवहन आयुक्त को भेजी गई.
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इसके बाद आवेदक ने अपनी फाइल संबंधी पत्रावली के संबंध में अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में नियुक्त कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार से मुलाकात की. आरोप है कि इस दौरान विपिन कुमार ने फाइल को आगे प्रस्तुत करने की एवज में ₹15 हजार की रिश्वत की मांग की. वहीं, इस मामले में जब आवेदक ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला दिया तो आरोपी ने ₹10 हजार रुपये रिश्वत की रकम तय की.
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जिसके बाद आवेदक ने मामले की शिकायत देहरादून के विजिलेंस एसपी से की. जिस पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी को रंगेहाथों गिरफ्तार किया. आरोपी कर्मचारी विपिन सिंह मूल रूप से उधम सिंह नगर जिले का रहने वाला है.