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परिवहन विभाग का कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार, फाइल आगे बढ़ाने के एवज में मांगे थे 10 हजार

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Published : Nov 16, 2019, 11:13 PM IST

विजिलेंस की टीम ने एक कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. आरोपी ने प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस के एवज में 10 हजार रुपये मांगे थे.

विपिन कुमार रिश्वत में गिरफ्तार

देहरादूनः विजिलेंस टीम ने एक परिवहन कर्मचारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कर्मचारी परिवहन आयुक्त कार्यालय में प्रदूषण जांच केंद्र की लाइसेंस फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर घूस ले रहा था. वहीं, विजिलेंस टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, काशीपुर के एक व्यक्ति ने बीते 30 सितंबर 2019 को ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. परिवहन विभाग के नियमानुसार आवेदक ने सभी तरह की मशीनरी और भौगोलिक सत्यापन समेत सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं. साथ ही सभी दस्तावेज हल्द्वानी स्थित RTO कार्यालय में जमा करवाया. जिसके बाद आवेदक की सारी रिपोर्ट देहरादून में स्थित अपर परिवहन आयुक्त को भेजी गई.

ये भी पढ़ेंः स्लॉटर हाउस मामले में हाईकोर्ट सख्त, नैनीताल DM समेत कई अधिकारियों को नोटिस

इसके बाद आवेदक ने अपनी फाइल संबंधी पत्रावली के संबंध में अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में नियुक्त कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार से मुलाकात की. आरोप है कि इस दौरान विपिन कुमार ने फाइल को आगे प्रस्तुत करने की एवज में ₹15 हजार की रिश्वत की मांग की. वहीं, इस मामले में जब आवेदक ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला दिया तो आरोपी ने ₹10 हजार रुपये रिश्वत की रकम तय की.

ये भी पढ़ेंः गंगोरी में बीआरओ बनाएगा पोर्टेबल स्टील ब्रिज

जिसके बाद आवेदक ने मामले की शिकायत देहरादून के विजिलेंस एसपी से की. जिस पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी को रंगेहाथों गिरफ्तार किया. आरोपी कर्मचारी विपिन सिंह मूल रूप से उधम सिंह नगर जिले का रहने वाला है.

देहरादूनः विजिलेंस टीम ने एक परिवहन कर्मचारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कर्मचारी परिवहन आयुक्त कार्यालय में प्रदूषण जांच केंद्र की लाइसेंस फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर घूस ले रहा था. वहीं, विजिलेंस टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, काशीपुर के एक व्यक्ति ने बीते 30 सितंबर 2019 को ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. परिवहन विभाग के नियमानुसार आवेदक ने सभी तरह की मशीनरी और भौगोलिक सत्यापन समेत सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं. साथ ही सभी दस्तावेज हल्द्वानी स्थित RTO कार्यालय में जमा करवाया. जिसके बाद आवेदक की सारी रिपोर्ट देहरादून में स्थित अपर परिवहन आयुक्त को भेजी गई.

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इसके बाद आवेदक ने अपनी फाइल संबंधी पत्रावली के संबंध में अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में नियुक्त कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार से मुलाकात की. आरोप है कि इस दौरान विपिन कुमार ने फाइल को आगे प्रस्तुत करने की एवज में ₹15 हजार की रिश्वत की मांग की. वहीं, इस मामले में जब आवेदक ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला दिया तो आरोपी ने ₹10 हजार रुपये रिश्वत की रकम तय की.

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जिसके बाद आवेदक ने मामले की शिकायत देहरादून के विजिलेंस एसपी से की. जिस पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी को रंगेहाथों गिरफ्तार किया. आरोपी कर्मचारी विपिन सिंह मूल रूप से उधम सिंह नगर जिले का रहने वाला है.

Intro:pls- इस खबर से संबंधित विजिलेंस ऑफिस के विसुअल और गिरफ्तार आरोपी की फोटो ई-मेल से भेजी गई है कृपया उठाने का कष्ट करें। summary-प्रदूषण जांच केंद्र की लाइसेंस फ़ाइल आगे बढ़ाने के नाम पर 10 हज़ार की रिश्वत लेने वाले परिवहन कर्मचारी को विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया पेट्रोल-डीजल वाहनों का ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र लाइसेंस फ़ाइल पास करने के ऐवज में काशीपुर के एक आवेदक से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार को विजिलेंस ने ट्रेप कर रंगे हाथ घूस लेते शनिवार देहरादून स्थित अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय से गिरफ्तार किया है. रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया कर्मचारी विपिन सिंह पुत्र कुलदीप सिंह मूल रूप से उधमसिंह नगर जिले के जसपुर स्थित महाराणा प्रताप कॉलोनी में रहने बताए जा रहे हैं। हालफिलहाल में आरोपी देहरादून स्थित अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में पत्रावली कनिष्ठ सहायक कर्मचारी के तौर पर कार्यरत है।


Body:जानकारी के मुताबिक काशीपुर के रहने वाले एक आवेदक द्वारा 30 सितंबर 2019 को ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। परिवहन विभाग के नियमानुसार आवेदक द्वारा सभी तरह की मशीनरी व भौगोलिक सत्यापन जैसी सारी औपचारिकता पूरी कर हल्द्वानी स्थित संभागीय परिवहन अधिकारी RTO कार्यालय में जमा करवाई, हल्द्वानी RTO द्वारा आवेदक की संपूर्ण रिपोर्ट फ़ाइल को देहरादून में अपर परिवहन आयुक्त को प्रेषित किया गया। इधर अपनी फाइल संबंधी पत्रावली के संबंध में जब आवेदक अपर परिवहन आयुक्त कार्यालय में कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार से मिला तो उसके द्वारा फाइल को आगे प्रस्तुत करने की एवज में अतिरिक्त ₹15000 की रिश्वत की मांग की गई। वहीं इस मामले में जब आवेदक ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला दिया तो आरोपी ने ₹10000 में रिश्वत की रकम तय की। इधर आवेदक ने इस मामले में देहरादून के विजिलेंस एसपी से शिकायत की... जिसके बाद शनिवार दोपहर विजिलेंस की विशेष टीम ने देहरादून में अपर परिवहन आयुक्त के कार्यालय से आरोपी कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार को ₹10000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।


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