देहरादूनः उत्तराखंड पेयजल निगम के पूर्व एमडी भजन सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते शासन ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में गठित राज्य सतर्कता मीटिंग में विजिलेंस जांच की संस्तुति की गई है. जांच के आदेश विजिलेंस को प्राप्त हो चुके हैं. ऐसे में विजिलेंस की एक विशेष टीम इस मामले में पेयजल निगम के पूर्व निदेशक के खिलाफ सबूत एकत्र कर जांच को आगे बढ़ाएगी.
जानकारी के मुताबिक, पेयजल निगम में लगभग दस वर्ष तक निदेशक पद पर रहने वाले भजन सिंह के ऊपर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे उन्हें एमडी पद से हटाकर पेयजल सलाहकार बना दिया गया था. बीते 30 सितंबर को भजन सिंह रिटायर हुए थे. लेकिन उनके खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं.
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लंबे समय से पेयजल पूर्व एमडी के खिलाफ लगातार जांच भी चल रही थी. जिसके तहत उनकी जांच आईएस नीरज खैरवाल द्वारा भी की गई. लेकिन यह जांच ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाई. ऐसे में अब शासन द्वारा नए सिरे से पेयजल पूर्व निदेशक भजन सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति आरोपों के तहत विजिलेंस को जांच सौंपी गई है. उधर, विजिलेंस को जांच के आदेश मिलने के बाद कार्रवाई शुरू हो चुकी है. इस मामले में विजिलेंस इंस्पेक्टर तुषार बोरा को जांच अधिकारी बनाया गया है.