देहरादूनः उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में कार्रवाई तेज हो गई है. घोटाले में फंसे समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल को एसआईटी ने शुक्रवार को विजिलेंस कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया है.
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में सुनवाई करते हुए अपर जिला जज द्वितीय विशेष विजिलेंस कोर्ट में न्यायाधीश के. श्रीकांत पांडेय ने आरोपी गीताराम नौटियाल को 14 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
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बता दें कि गीताराम नौटियाल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है. इससे पहले गीताराम नौटियाल लंबे समय से गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की शरण लेकर कानूनी कार्रवाई से बच रहे थे.
हालांकि, दोनों उच्च अदालतों ने याचिका खारिज करते हुए उन्हें एक सप्ताह में एसआईटी के समक्ष सरेंडर करने के आदेश दिए थे. इसी के तहत गुरुवार शाम 5:00 बजे गीताराम नौटियाल ने खुद को हरिद्वार में एसआईटी के समक्ष सरेंडर किया. जहां से कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद थाना सिडकुल पुलिस ने गीताराम नौटियाल को गिरफ्तार किया.
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गौर हो कि साल 2012 से 2017 तक समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने फर्जी एडमिशन दिखाकर 500 करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया. मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट ने एसआईटी का गठन किया था.
आईपीएस मंजूनाथ टीसी की अध्यक्षता में बनी एसआईटी टीम अब तक हरिद्वार जिले के 12 निजी शिक्षण संस्थानों के 13 संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि इस घोटाले में पांच समाज कल्याण जिला अधिकारी व सहायक अधिकारी को भी एसआईटी गिरफ्तार कर चुकी है.