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ट्रिपल तलाकः पीड़िता कमर चांद ने जताई खुशी, कहा- अब महिलाएं नहीं होगी प्रताड़ित

देहरादून की तीन तलाक पीड़िता कमर चांद ने कहा कि राज्यसभा में तीन तलाक बिल के पारित होने के बाद उन्हें बेहद खुशी है. अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी.

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Published : Jul 31, 2019, 12:01 AM IST

Updated : Jul 31, 2019, 12:38 PM IST

triple talaq

देहरादूनः लंबे संघर्ष के बाद राज्यसभा में तीन तलाक बिल पारित हो गया है. बिल पारित होने के बाद मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है. इसी कड़ी में तीन तलाक की शिकार हुई एक महिला कमर चांद ने इसे बेहतर कदम बताया है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी.

Etv Bharat से बातचीत करती तीन तलाक पीड़िता कमर चांद.

राजधानी देहरादून के नवादा हरिपुर क्षेत्र में रहने वाले वाली कमर चांद नाम की एक मुस्लिम महिला उन महिलाओं में शामिल हैं. जो तीन तलाक का शिकार हुईं हैं. Etv Bharat से बातचीत करते हुए कमर चांद ने बताया कि साल 2013 में उनका निकाह एक एनआरआई से हुआ था, लेकिन निकाह के अगले दिन से ही उनके ससुराल पक्ष वालों ने उन पर दहेज का दबाव बनाना शुरू कर दिया था. इस तरह निकाह को दो महीने बीतने के बाद ही एक दिन अचानक उनके शौहर ने उन्हें फोन पर तीन तलाक दे दिया. जिससे उनकी जिंदगी बिखर गई.

ये भी पढ़ेंः काशीपुर से संसद तक पहुंची तीन तलाक की गूंज, जानें सायरा का सफर

वहीं, तीन तलाक पीड़िता कमर चांद बताती हैं कि इस हादसे ने उनका और उनके पूरे परिवार की जिंदगी बदल दी, लेकिन अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल के पारित होने के बाद उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी. अब तीन तलाक बिल के पारित होने से मुस्लिम महिलाएं भी अपने हक की आवाज उठा पाएंगी.

देहरादूनः लंबे संघर्ष के बाद राज्यसभा में तीन तलाक बिल पारित हो गया है. बिल पारित होने के बाद मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है. इसी कड़ी में तीन तलाक की शिकार हुई एक महिला कमर चांद ने इसे बेहतर कदम बताया है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी.

Etv Bharat से बातचीत करती तीन तलाक पीड़िता कमर चांद.

राजधानी देहरादून के नवादा हरिपुर क्षेत्र में रहने वाले वाली कमर चांद नाम की एक मुस्लिम महिला उन महिलाओं में शामिल हैं. जो तीन तलाक का शिकार हुईं हैं. Etv Bharat से बातचीत करते हुए कमर चांद ने बताया कि साल 2013 में उनका निकाह एक एनआरआई से हुआ था, लेकिन निकाह के अगले दिन से ही उनके ससुराल पक्ष वालों ने उन पर दहेज का दबाव बनाना शुरू कर दिया था. इस तरह निकाह को दो महीने बीतने के बाद ही एक दिन अचानक उनके शौहर ने उन्हें फोन पर तीन तलाक दे दिया. जिससे उनकी जिंदगी बिखर गई.

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वहीं, तीन तलाक पीड़िता कमर चांद बताती हैं कि इस हादसे ने उनका और उनके पूरे परिवार की जिंदगी बदल दी, लेकिन अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल के पारित होने के बाद उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी. अब तीन तलाक बिल के पारित होने से मुस्लिम महिलाएं भी अपने हक की आवाज उठा पाएंगी.

Intro:देहरादून- लंबे संघर्ष के बाद आज आखिरकार राज्यसभा में तीन तलाक बिल पारित हो गया है । जिसके बाद से ही मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है।


Body:राजधानी देहरादून के नवादा हरिपुर क्षेत्र में रहने वाले वाली कमर चांद का नाम उन मुस्लिम महिलाओं में आता हैं जो खुद तीन तलाक का शिकार हुई है । अपनी व्यथा बताते हुए उनका कहना था कि साल 2013 में उनका निकाह एक एनआरआई से हुआ था । लेकिन निकाह के अगले दिन से ही उनके ससुराल पक्ष बालों ने उन पर दहेज का दबाव बनाना शुरू कर दिया था । इस तरह निकाह को 2 महीने बीतने के बाद ही एक दिन अचानक उनके शौहर ने उन्हें फोन तीन तलाक दे दिया।


Conclusion:तीन तलाक पीड़िता कमर चांद बताती हैं कि इस हादसे ने उनके साथ ही उनके पूरे परिवार की ज़िंदगी बदलदी । लेकिन अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल के पारित होने के बाद उन्हें इस बात की खुशी है कि आगे किसी भी मुसलमान महिला को इस तरह प्रताड़ित नहीं होना पड़ेगा। तीन तलाक बिल के पारित होने से अब मुसलमान महिलाएं भी अपने हक की आवाज उठा पाएंगी।
Last Updated : Jul 31, 2019, 12:38 PM IST
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