देहरादूनः लंबे संघर्ष के बाद राज्यसभा में तीन तलाक बिल पारित हो गया है. बिल पारित होने के बाद मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है. इसी कड़ी में तीन तलाक की शिकार हुई एक महिला कमर चांद ने इसे बेहतर कदम बताया है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी.
राजधानी देहरादून के नवादा हरिपुर क्षेत्र में रहने वाले वाली कमर चांद नाम की एक मुस्लिम महिला उन महिलाओं में शामिल हैं. जो तीन तलाक का शिकार हुईं हैं. Etv Bharat से बातचीत करते हुए कमर चांद ने बताया कि साल 2013 में उनका निकाह एक एनआरआई से हुआ था, लेकिन निकाह के अगले दिन से ही उनके ससुराल पक्ष वालों ने उन पर दहेज का दबाव बनाना शुरू कर दिया था. इस तरह निकाह को दो महीने बीतने के बाद ही एक दिन अचानक उनके शौहर ने उन्हें फोन पर तीन तलाक दे दिया. जिससे उनकी जिंदगी बिखर गई.
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वहीं, तीन तलाक पीड़िता कमर चांद बताती हैं कि इस हादसे ने उनका और उनके पूरे परिवार की जिंदगी बदल दी, लेकिन अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल के पारित होने के बाद उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी मुस्लिम महिला उनकी तरह प्रताड़ित नहीं होगी. अब तीन तलाक बिल के पारित होने से मुस्लिम महिलाएं भी अपने हक की आवाज उठा पाएंगी.