देहरादून: राजधानी देहरादून में हर साल वैली ऑफ वर्ड्स इंटरनेशनल लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है. इस साल भी 16 और 17 दिसंबर को देहरादून में लिटरेचर फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा. यह वैली ऑफ वर्ड्स इंटरनेशनल लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल का सातवां संस्करण है.
वॉव के डायरेक्टर पूर्व आईएएस डॉ संजीव चोपड़ा ने बताया कि इस वर्ष देश वर्सेस 70 प्रकाशन संस्थानों द्वारा 600 से अधिक किताबें का नॉमिनेशन आया था. जिनमें से आठ किताबों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया है. उन्होंने बताया इंग्लिश फिक्शन और नॉन फिक्शन का पुरस्कार नो वे आउट और द जर्नी ऑफ़ हिंदी लैंग्वेज जर्नलिज्म इन इंडिया को दिया जाएगा, जबकि हिंदी फिक्शन और नॉन फिक्शन का पुरस्कार शहर से 10 किलोमीटर और दिनांक के बिना को दिया जाएगा.
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उन्होंने बताया पुस्तकों की गुणवत्ता और अधिक प्रतिस्पर्धी होने की वजह से तीन स्तरीय प्रक्रियाओं से गुजर कर पुस्तकों का चयन किया गया है, ये निश्चित तौर पर एक कठिन कार्य था. इसके अलावा प्रत्येक श्रेणी में समीक्षकों ने 10 पुस्तकों की लॉन्ग लिस्ट में से अंतिम पांच को शॉर्ट लिस्ट में शामिल किया. इसके बाद विजेताओं का चयन अगस्त में शुरू हुआ. इसमें सभी आठ कैटेगरी के लिए जूरी कार्य कर रहे थे. इस मौके पर ज्यूरी मेंबर में शामिल रही डॉक्टर रुद्रांगशु मुखर्जी ,प्रोफेसर सतीश एकांत, पूजा मारवाह और हीरा पांडे भी मौजूद रहे.