देहरादून: मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के नाम पर महिला से एक करोड़ 30 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी इस गिरोह के दो अन्य सदस्यों को दिल्ली से ही गिरफ्तार किया जा चुका है. ये गिरोह इसी तरह देशभर में कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है. आरोपियों के पास तीन मोबाइल, सात सिम कार्ड, तीन डेबिड कार्ड और कई फर्जी आधार कार्ड मिले हैं. इसके अलावा एसटीएफ को कई बैंक अकाउंट्स की जानकारी भी मिली है.
इस तरह फंसाया जाल में: उत्तराखंड एसटीएफ ने बुधवार 5 अप्रैल 2023 को दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर खुलासा किया. एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि विनोद कुमारी बंसल ने पुलिस को इस मामले में एक तहरीर दी थी. तहरीर में विनोद कुमारी ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने साल 2017 में 10 साल के लिए मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की एक पॉलिसी खरीदी थी, जिसकी मैच्यूरिटी साल 2027 में पूरी होनी थी. लेकिन साल 2022 में उन्हें एक अज्ञात नंबर से एक कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को इंश्योरेंस कंपनी का अधिकारी बताया.
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कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उनकी पॉलिसी में कोई दिक्कत आ गई है, इसलिए उनकी पॉलिसी को रोक दिया गया है लेकिन वो इस समस्या का हल करने में उनकी मदद कर सकता है. साथ ही उस शख्स ने बताया कि उसकी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के अच्छी जान पहचान है, वो उनका काम करा देगा, लेकिन उसके लिए कुछ पैसे लगेंगे. यहीं से सारा खेल शुरू हुआ और विनोद कुमारी ठगों के झांसे में आ गईं.
पुलिस ने मुताबिक, इस बीच काम करवाने के लिए आरोपियों ने महिला से थोड़े-थोड़े कर पैसे लेने शुरू किए. कुछ दिनों बाद विनोद कुमारी को फिर से कॉल आया और कहा गया कि बीमा कंपनी से उनके पैसे का भुगतान हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने विनोद कुमारी को लालच दिया कि वो यदि उनके अनुसार पॉलिसी की राशि को निवेश करती हैं तो उन्हें तीन गुना लाभ मिलेगा. इसी तरह आरोपियों ने किसी कंपनी में इंवेस्ट कराने के नाम पर पीड़िता की पॉलिसी के करीब 95 लाख 10 हजार 900 रुपए अपने दिए अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए.
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उत्तराखंड एसटीएफ ने जब मामले की जांच शुरू की तो एक बड़ा गिरोह सामने आया. इन लोगों ने महिला से पॉलिसी के सारे पैसों सहित काम करवाने के लिए धीरे-धीरे काफी अमाउंट ले लिया था. इसी तरह ये लोग महिला से करीब एक करोड़ तीस लाख रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुके थे. इस मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने सबसे पहले मुख्य अभियुक्त मनीष पाल और राहुल पांडेय (दोनों दिल्ली निवासी) को गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने दो अन्य आरोपी जुनैद और मकसूद को भी अब दिल्ली से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड और बैंक अकाउंट मिले हैं. पुलिस इन दोनों आरोपियों की अभी आपराधिक कुंडली खंगलाने में लगी हुई है. पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरोह की गिरफ्तार के बाद कुछ और मामलों का खुलासा हो सकता है.