देहरादूनः उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने हत्या के मामले में पिछले पांच साल से फरार 50 हजार के इनामी आरोपी को यूपी के बिजनौर से गिरफ्तार किया. आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बाबा का भेष बनाकर अलग-अलग मंदिरों में रह रहा था. आरोपी खानाबदोश (बंजारा) किस्म का व्यक्ति था, जिसका कोई स्थायी पता ना होने के कारण गिरफ्तारी कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा था. एसटीएफ की टीम अब तक 50 से अधिक खतरनाक, शातिर और इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी कर चुकी है.
एसटीएफ ने बताया कि आरोपी वीर सिंह सैनी उर्फ भगत द्वारा लेबर कॉलोनी रानीपुर हरिद्वार में 10 अगस्त 2018 को एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी. जिसका विरोध लड़की के भाई हेमंत द्वारा किया गया. गुस्से में वीर सिंह, बलवीर और वीरेंद्र ने हेमंत की हत्या कर दी थी. घटना के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे. घटना में शामिल वीरेंद्र को हरिद्वार पुलिस ने कुछ समय के बाद ही गिरफ्तार कर लिया था. जबकि वीर सिंह और बलबीर सिंह घटना के बाद से फरार चल रहे थे. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर डीआईजी गढ़वाल द्वारा 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया. ये दोनों इनामी हत्यारे एसटीएफ की रडार पर थे, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले काफी समय से एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी. इसी कड़ी में एसटीएफ द्वारा रामजीवाला छकड़ा थाना मंडावर जिला बिजनौर में दबिश देकर पिछले 5 साल से फरार कुख्यात इनामी हत्यारे वीर सिंह को गिरफ्तार किया.
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एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी घटना से पहले थाना रानीपुर, हरिद्वार क्षेत्र की लेबर कॉलोनी में झोपड़ी बनाकर रह रहा था. गिरफ्तार होने पर आरोपी ने पुलिस को बताया कि पुलिस से बचने के लिए वो अपना भेष बदलकर यूपी के अलग अलग जगहों पर रहने लगा था. आयुष अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गये आरोपी से अन्य फरार आरोपी बलबीर के बारे में काफी जानकारियां मिली हैं. जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी.