देहरादून: त्योहारों के सीजन में उत्तराखडं परिवहन निगम के कर्मचारियों ने अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. दीपावली के ऐन पहले निगम के कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है. सितंबर माह का वेतन, दिवाली बोनस और पिछले 4 साल के ओवरटाइम का भुगतान न होने पर कर्मचारियों ने 22 अक्टूबर से प्रदेशभर में रोडवेज बसों का चक्का जाम कर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है. ऐसे में अगर त्योहार के सीजन में यदि रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर जाते है तो इससे न सिर्फ निगम की भारी नुकसान उठाना पड़ेगा, बल्कि आम यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार का कहना है कि उन्होंने साढ़े तीन हजार चालक और परिचालकों सहित अन्य कर्मियों का एक माह का बकाया वेतन और दीपावली बोनस सहित अन्य तरह के भुगतान की मांग रखी गई है. अगर जल्द ही इस पर परिवहन निगम कोई आश्वासन नहीं देता तो आगामी 22 अक्टूबर आधी रात 12 बजे से राज्य भर के मैदानी व पहाड़ी मार्गों पर चलने वाले बसों का संचालन पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा.
22 अक्टूबर से रोडवेज कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की चेतावनी से निगम के अधिकारियों की भी चिंताएं बढ़ गई है. यदि कर्मचारी यूनियन कार्य बहिष्कार पर गई तो रोडवेज बसों का करीब सत्तर फीसद संचालन प्रभावित हो सकता है. दरअसल, कर्मचारी यूनियन में सर्वाधिक चालक और परिचालक सदस्य है. संविदा और विशेष श्रेणी के चालक-परिचालकों पर ही मौजूदा समय में बसों का संचालन निर्भर है. अगर आंदोलन हुआ तो यात्रियों की मुसीबत भी तय है. क्योंकि, आजकल ट्रेनों का संचालन भी बंद है.