देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने कोरोना संकटकाल में 'मिशन हौसला' के तहत जरूरतमंदों और असहाय लोगों तक मदद पहुंचाने का काम किया. अब एक बार फिर से पुलिस महकमे ने अपने प्रयासों से जरूरी मेडिकल उपकरण स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं. इसके तहत स्वास्थ्य विभाग को सीएसआर (Corporate Social Responsibility) फंड से 30 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं. जिसे डीजीपी अशोक कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को सौंपा.
उत्तराखंड पुलिस लगातार कोविड-19 को लेकर अपनी सेवाएं दे रही है. राज्य में महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों को भी पुलिस ने सकुशल संपन्न कराने का काम किया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस महामारी में रोकथाम के प्रयास भी पुलिस विभाग की ओर किए गए. ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग को पुलिस महकमा अपने निजी प्रयासों से सीएसआर के तहत भी मेडिकल उपकरणों के रूप में सहायता कर रहा है.
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पुलिस विभाग ने जयपुर फुट संगठन की ओर से मिले 30 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को दिए. पुलिस मुख्यालय में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार समेत डीजी स्वास्थ्य की मौजूदगी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को सुपुर्द किए. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की काफी किल्लत देखी गई थी.
इस दौरान सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि विभाग लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की कोशिश कर रहा है. सभी जगहों पर व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की कोशिश की जा रही है. सीएचसी और पीएचसी में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इंस्टॉल किए जा रहे हैं. पुलिस विभाग के माध्यम से जयपुर फुट संगठन से जो कंसंट्रेटर मिले हैं, उससे विभाग को काफी ज्यादा फायदा होगा.
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'मिशन हौसला' के तहत पुलिस ने जरूरतमंदों तक पहुंचाई जरूरी सामग्री
डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने 'मिशन हौसला' के तहत जरूरतमंदों की मदद कर देश के अन्य पुलिस बलों के लिए उदाहरण पेश किया है. जवानों ने राशन पहुंचाने से लेकर, दवाइयां, ऑक्सीजन समेत कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने का काम किया है. पुलिस ने मिशन हौसला के तहत एक महीने में 31 हजार से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाई. साथ ही पुलिसकर्मियों ने प्लाज्मा और ब्लड डोनेशन कर कई मरीजों की जिंदगी बचाई.