देहरादून: सूबे की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने के बाद राज्य सरकार गैरसैंण में तमाम संस्थानों की स्थापना करने की कवायत में जुट गई है. इसी क्रम में सरकार गैरसैंण में उत्तराखंड भाषा संस्थान की स्थापना करने जा रही है. जिसके निर्देश मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत दे चुके हैं. इसके साथ ही उत्तराखंड भाषा संस्थान की स्थापना के लिए भूमि क्रय हेतु 50 लाख की धनराशि भी अनुमोदित की गई है.
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना बनायी जा रही है. गैरसैंण के विकास एवं इसके समीपवर्ती नैसर्गिक स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने पर ध्यान दिया जा रहा है. इसके साथ ही युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिये भी विभिन्न योजनायें संचालित की गई हैं.
कुम्भ मेले में नियुक्त होंगे 3250 होमगार्डस
आगामी 2021 में होने वाले महाकुम्भ मेला की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार कुंभ मेले के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की निरन्तर समीक्षा कर रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुम्भ मेले में आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के दृष्टिगत पुलिस और इसकी अन्य इकाइयों के साथ होमगार्डस की नियुक्ति के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है. साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा कुम्भ मेले की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत 3,250 होमगार्डस की नियुक्ति की स्वीकृति प्रदान की गई है.
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प्राविधिक शिक्षा विभाग को नर्सों की भर्ती के निर्देश
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में नर्सों की शीघ्र आवश्यकता के दृष्टिगत उनकी नियुक्ति के लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग के माध्यम से किये जाने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड में नर्सों की भर्ती सम्बन्धी प्राविधानों में यथा आवश्यक समयबद्ध रूप से एक बार के लिये संशोधन किये जाने के भी निर्देश दिये हैं, ताकि आवश्यकता के अनुरूप तत्काल प्राविधिक शिक्षा विभाग के स्तर पर नर्सों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सके.