देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित एनएच-74 मुआवजा घोटाले में फंसे आईएएस पंकज कुमार पांडे को बहाली के बाद आखिरकार नई जिम्मेदारी मिल गई है. कार्मिक विभाग ने गुपचुप तरीके से आदेश जारी करते हुए पंकज पांडे को सामान्य प्रशासन और प्रोटोकॉल की जिम्मेदारी दी है. इससे पहले इसी घोटाले में फंसे आईएएस चंद्रेश यादव को भी शासन से राहत मिल चुकी है. पंकज कुमार पांडे को दी गई जिम्मेदारी की पुष्टि अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी ने की.
पढ़ें- बालिका निकेतन में किशोरी ने लगाई फांसी, मां की हत्या के जुर्म में थी बंद
बता दें कि आईएएस पंकज कुमार पांडे को 11 सिंतबर 2018 को भूमि अधिग्रहण में अनियमितताओं के चलते निलंबित किया गया था. इसके अलावा आईएएस चंद्रेश कुमार यादव भी इस मामले में निलंबित किये गए थे. हालांकि, चंद्रेश कुमार यादव को पहले ही बहाल कर दिया था लेकिन पंकज कुमार पांडे को निलंबन के करीब 7 महीने बाद बीती 3 मई को बहाल किया गया. इसके बाद अब जाकर पंकज कुमार पांडे को विभागों की जिम्मेदारी दी गई है.
हालांकि, शासन द्वारा मामले की जांच अभी भी जारी है. पंकज कुमार पांडे के मामले की जांच जहां आईएएस भूपेंद्र कौर औलख को दी गई है तो वहीं, चंद्रेश कुमार यादव की जांच आईएएस शैलेश बगोली कर रहे हैं.
पढ़ें- तेज आंधी और ओले से लोगों को मिली राहत, किसान हुए परेशान
पंकज कुमार पांडे को दी गई जिम्मेदारी की पुष्टि अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी ने की. ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए राधा रतूड़ी ने बताया कि पंकज कुमार पांडे के विभागों का आवंटन 2 दिन पहले ही कर दिया गया था.
मामला आईएएस अधिकारी से जुड़ा होने के चलते कार्मिक विभाग ने इस आदेश को गोपनीय रखा था. जिसकी किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई थी. मामला आज तब सामने आया जब आईएएस पंकज कुमार पांडे सचिवालय पहुंचे. इसके बाद विभाग आवंटन की जानकारी मीडिया तक पहुंच पाई. बहरहाल लंबे समय से इंतजार कर रहे आईएएस पंकज कुमार पांडे को शासन ने राहत दे दी है और अब वे दो विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे.