देहरादून: राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजनाओं में अबतक हुए कामों की समीक्षा की गई. इस दौरान अधिकारियों के फीडबैक के साथ विभिन्न योजनाओं में जरूरी निर्देश दिए गए. परियोजना निदेशक डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने भेड़, बकरी और डेयरी सेक्टर को लेकर निर्देश दिया कि तेलंगाना मॉडल पर जो एप बनाया गया है, उसे यहां भी बनाया जाए.
गौरतलब है कि उत्तराखंड भेड़ बकरी बोर्ड के अधिकारियों की एक टीम पिछले दिनों तेलंगाना भेड़ बकरी एवं डेयरी बोर्ड अध्ययन करने के लिए गई थी. तेलंगाना का एप प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है. इसी प्रकार का एप यहां बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
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बता दें कि, तेलंगाना में सहकारिता और डेयरी क्षेत्र पर बेहतर ध्यान दिया जा रहा है. यहां प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समितियां (पैक्स) ऑनलाइन हो चुकी हैं. इसके साथ मार्केटिंग भी बेहद अच्छे तरीके से की जा रही है. इसको देखते हुए उत्तराखंड सरकार भी राज्य में सहकारिता और डेयरी क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए तेलंगाना मॉडल अपना रही है.
वहीं, डॉ पुरुषोत्तम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऋण की राशि का मार्च से पहले फील्ड स्तर पर किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से खर्च की जाए. ताकि परियोजना पर ऋण के ब्याज का वित्तीय भार न पड़े. यूकेसीडीपी के चार सेक्टर ने 25 जनवरी 2023 तक 73 करोड़ में से 28 करोड़ 51 लाख रुपये का उपयोग किया है.
- Cooperative - 16.78%- (INR Rs Crore 6.6/36 )
- Sheep & Goat - 72.50%- (INR Rs. Crore 14.5/20 )
- Fisheries- 68.25%- (INR Rs Crore 2.73 /4.0)
- Dairy Sector- 36%- ( INR Rs. Crore 4.68/13)