देहरादून: 22 मार्च को देशभर में जनता कर्फ्यू के बाद उत्तराखंड राज्य में आज लॉकडाउन का 18वां दिन है. हालांकि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने जनता को खाद्य सामग्री खरीदने के लिए सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक का समय दिया है. जिस दौरान सड़कों पर वाहन दौड़ते जरूर नजर आते हैं. लेकिन एक बजे के बाद छुटपुट वाहन ही सड़कों पर दिखते हैं. इस लॉकडाउन का सीधा असर पर्यावरण पर पड़ रहा है. सामान्य दिनों की अपेक्षा इस लॉकडाउन पीरियड में पीएम वैल्यू 50 से 75 प्रतिशत तक कम हो गई है.
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मापे पर गए वायु प्रदूषण की वैल्यू बेहद कम हो गई है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देहरादून जिले के चार स्थानों घंटाघर, रायपुर, आईएसबीटी और ऋषिकेश में वायु प्रदूषण के स्तर का मापन किया. जिसके आंकड़े काफी राहत देने वाले हैं. क्योंकि सामान्य दिनों में देहरादून जिले में पीएम-10 की वैल्यू 150 से 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 की वैल्यू करीब 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहता था.
लेकिन लॉकडाउन के दौरान घंटाघर में पीएम-10 की वैल्यू 76.01 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 की वैल्यू करीब 34.00 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2)- 6.95 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड (NO2)- 8.05 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पाया गया है.
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान पीएम-10 की वैल्यू 72.58 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 की वैल्यू 33.99 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2)- 5.73 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड (NO2)- 6.90 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पाया गया है.
आईएसबीटी क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान पीएम-10 की वैल्यू 67.00 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 की वैल्यू 23.44 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2)- 8.30 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड (NO2)- 11.14 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पाया गया है.
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वहीं ऋषिकेश में लॉकडाउन के दौरान पीएम-10 की वैल्यू 53.55 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 की वैल्यू करीब 21.68 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2)- 5.56 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड (NO2)- 6.58 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पाया गया है.
पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल ने बताया कि देहरादून जिले के चार क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की मॉनिटरिंग की गई है. इसके साथ ही सामान्य दिनों और लॉकडाउन के समय के वायु प्रदूषण का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया है. जिसमें पाया गया कि सामान्य दिनों की तुलना में वर्तमान समय में वायु प्रदूषण में काफी सुधार हुआ है. वायु प्रदूषण करीब 50 से 75 प्रतिशत तक कम हो गया है.
ईटीवी भारत से बातचीत में पर्यावरणविद अनिल जोशी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते पर्यावरण पर इसका बहुत अच्छा प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि सड़कों पर वाहन न के बराबर ही निकल रहे हैं. जिस वजह से प्रदूषण बेहद कम हो गया है. यही नहीं प्राणवायु सामान्य दिनों की अपेक्षा बेहद स्वच्छ हो गई है जो न सिर्फ पर्यावरण के लिहाज से अच्छा है बल्कि, मानव जीवन के लिए भी एक वरदान की तरह है.