देहरादून/हल्द्वानी: नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को आज दूसरे दौर की पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस में केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही है. कांग्रेसियों का कहना है कि गांधी परिवार को डराने के लिए केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. वहीं, हल्द्वानी में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला फूंककर अपना आक्रोश जताया.
मंगलवार को कांग्रेस जनों ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में घंटाघर स्थित बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समीप सत्याग्रह किया और केंद्र सरकार पर जमकर अपना आक्रोश व्यक्त किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि सत्याग्रह करने का उद्देश्य यह नहीं है कि कि हम प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई में बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं, बल्कि भारत की जनता को जागरूक करना चाहते हैं कि केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करते हुए विपक्ष की आवाज को कुचलना चाहती है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है.
पढ़ें- नेशनल हेराल्ड मामला: कांग्रेसियों का प्रदर्शन जारी, ईडी दफ्तर से बाहर निकलीं सोनिया गांधी
पीसीसी चीफ करन माहरा ने कहा कि महाराष्ट्र के नेता नारायण राणे ने जब भाजपा छोड़ी तब उनके ऊपर ईडी और सीबीआई की जांच बैठा दी गई. जब भाजपा में वापस आए तब से सब जाचें बंद कर दी गईं. उन जांचों का क्या हुआ इसका स्टेटस किसी को नहीं पता? इसी तरह येदुरप्पा के ऊपर चल रही जांचों का भी कुछ अता पता नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा को इसे सार्वजनिक करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में सिर्फ गांधी परिवार ही ऐसा है जो पीएम मोदी और अमित शाह की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता आ रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार राहुल और सोनिया गांधी को डराने की नीयत से क्लीनचिट मिले केस को दोबारा उठा रही है.
इधर, कांग्रेस पार्टी के सत्याग्रह में शामिल हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस देश के लोकतंत्र पर लगातार प्रहार करते आ रही है और जो आवाज केंद्र सरकार के खिलाफ उठती है, उस आवाज को दबाने की नीयत से केंद्र की सरकार उनके ऊपर जांच एजेंसियों का दबाव बनाकर उन्हें डराने की कोशिश करती है. उन्होंने कहा कि हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी लगातार देश के ज्वलंत मुद्दे उठा रहे हैं, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए उन्हें डराने धमकाने की कोशिश कर रही है. इसे देश की जनता बड़े नजदीक से देख रही है.
![Congressman protest against ED](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-nai-03-uk10007_26072022192526_2607f_1658843726_551.jpg)
पढ़ें- रुड़की में आगे निकलने की होड़ में भिड़े यूपी और हरियाणा के कांवड़िए, एक की मौत, कई घायल
बता दें कि आज कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी की तरफ से दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इससे नाराज कांग्रेस जन गांधी पार्क में सत्याग्रह करके केंद्र सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं और सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष की आवाज को दबाने की नीयत से केंद्र की सरकार जांच एजेंसियों के माध्यम से उन्हें डराने धमकाने की कोशिश कर रही है जिसे कांग्रेसी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
हल्द्वानी में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन: मनी लोडिंग के मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी के पूछताछ के विरोध में दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और राहुल गांधी द्वारा धरना प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए जाने का विरोध उत्तराखंड में भी देखा जा रहा है. हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन करते हुए कहा कि जिस तरह से एक केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी से पूछताछ करवा रही है जो पूरी तरह से तानाशाही है. कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार का पुतला दहन करते हुए कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी ने शांति से अपना धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन देना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया वह पूरी तरह से निंदनीय है. कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि ईडी केंद्र सरकार के इशारे पर पूरी तरह से काम कर रहे हैं.