देहरादून: उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं पर रार थमती नहीं दिखाई दे रही है. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं. कांग्रेस ने बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में लगातार सात दिन पुलिस मुख्यालय घेराव की योजना बनाई है. इसी कड़ी में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीजीपी कार्यालय का कूच किया, मगर पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ग्लोब चौक के पास ही रोक दिया.
आगे बढ़ने से रोके जाने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. उसके बाद सरकार से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी समेत तमाम कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. जिसके बाद सभी ने धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा प्रदेश की भाजपा सरकार बेरोजगारों के साथ अन्याय कर रही है. उनके ऊपर गंभीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज किए जा रहे हैं. जिसका कांग्रेस घोर विरोध करती है. उन्होंने कहा सरकार को नरम रुख अपनाते हुए बेरोजगारों के साथ बातचीत करनी चाहिए.
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हरीश रावत ने कहा अगर बेरोजगार युवा कहते हैं कि उनकी मांगें मान ली गई हैं तो कांग्रेस भी अपने आंदोलन को स्थगित कर देगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने भाजपा सरकार को दमनकारी सरकार बताया है. उन्होंने कहा जिस तरह दमनकारी अंग्रेजों की सरकार ने भारत पर राज किया था, उसी तर्ज पर भाजपा सरकार भी अंग्रेजों की सरकार की कोख से जन्मी हुई सरकार है. उन्होंने कहा जिन्होंने क्विट इंडिया मूवमेंट का विरोध किया, उनसे ज्यादा अपेक्षा नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा जो नौजवान हाथ में कलम पकड़कर परीक्षा देना चाहते हैं, इस सरकार ने उनके हाथों में पत्थर पकड़ा दिए हैं.
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करण माहरा ने कहा केंद्र की मोदी और राज्य की धामी सरकार युवाओं के भविष्य को चौपट कर रही है. कांग्रेस इसी बात का विरोध कर रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा भर्ती परीक्षा धांधली को लेकर लामबंद हुए युवाओं के ऊपर भाजपा सरकार 307 जैसे मुकदमे लगा कर उन्हें जेल भेजा है. उन्होंने कहा धामी सरकार भर्ती परीक्षा धांधली की सीबीआई जांच कराने से पीछे हट रही है.