देहरादून: मानसून सत्र में सत्ता पक्ष से नाराज कांग्रेसी विधायकों के प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेसी विधायकों ने राज्यपाल से सत्ता पक्ष के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस का कहना है कि सदन में वह कोरोना महामारी, बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार से प्रश्न पूछना चाहती थी, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया. विपक्ष विधानसभा के अंदर जनहित के कई मुद्दे उठाना चाहती था और उन पर चर्चा करना चाहता था, लेकिन विपक्ष को वह प्रश्न उठाने नहीं दिए गए.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी से पूरा प्रदेश त्रस्त है. प्रदेश के बेरोजगार नौजवानों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. वहीं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं. महंगाई अपने चरम पर है. कांग्रेस ने भाजपा के संगठन महामंत्री और विधायक पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर भी नाराजगी जाहिर की.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि भाजपा के संगठन मंत्री पर मुकदमा दर्ज हुआ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं, द्वाराहाट विधायक पर महिला आरोप लगा रही है, लेकिन विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है. ऐसे में सरकार को कोरोना संक्रमण और रोजगार को लेकर निर्देशित किया जाए. वहीं, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक मनोज रावत, विधायक ममता राकेश, आदेश चौहान ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की.