देहरादून: UKSSSC के चयनित अभ्यर्थियों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात (UKSSSC Selected Candidate Meets Trivendra Rawat) की. इस दौरान UKSSSC के चयनित अभ्यर्थियों ने मामले में अपनी बात रखते हुए कहा कि नकल करने वाले अभ्यर्थियों और आरोपियों के खिलाफ जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा मामले में पारदर्शी तरीके से उत्तीर्ण छात्रों को न्याय दिलवाया जाना चाहिए. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने UKSSSC के चयनित अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि उनके साथ न्याय किया जाएगा.
बता दें उत्तराखंड एसटीएफ (Uttarakhand STF) ने यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले (UKSSSC Paper Leak case) में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नकल माफिया के एक और गठजोड़ का पर्दाफाश किया है. साथ ही नकल के नए सेंटर का भी खुलासा किया है. वीपीडीओ परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले (vpdo exam question paper leak case) में उत्तर प्रदेश के चंदौली निवासी शशिकांत, हाल निवासी हल्द्वानी को गहन पूछताछ और पुख्ता साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की यह 27वीं गिरफ्तारी है.
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बता दें UKSSSC पेपर लीक मामले में एक के बाद एक की गई गिरफ्तारियों के बाद भर्ती परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्ती बरतते हुए इस संबंध में निर्देश दिए. सीएम ने UKSSSC Recruitment Exams में धांधली करने वाले दोषियों से जरा भी नरमी नहीं बरती जाएगी. दोषी पाए जाने पर गैंगस्टर एक्ट और PMLA के तहत कार्रवाई की जाएगी.
सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि जिन परीक्षाओं में गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं उन्हें निरस्त कर नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू की जाए. जो परीक्षाएं साफ सुथरे ढंग से चल रही हैं, उन्हें सुचारू रूप से समय पर संपन्न कराया जाए. जिन परीक्षाओं के माध्यम से दागी लोगों को नौकरी मिली है उनकी नियुक्ति निरस्त कर उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाई की जाए. इसके अलावा यूकेएसएसएससी को सुचारू रूप से चलाने के लिए वहां जल्द से जल्द एक अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए.
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UKSSSC paper leak मामले से पहले भी उत्तराखंड में कई भर्ती परीक्षाओं के घपले हुए हैं, जिनकी जांच अभीतक पूरी नहीं हुई है. ऐसे ही एक मामला साल 2015-16 का है. साल 2015 में UKSSSC ने ग्राम विकास अधिकारी का पेपर कराया था, जिसमें कई अभ्यर्थियों की आंसर OMR शीट से छेड़छाड़ की गई थी और उन्हें पास दिखाया है. इस मामले का खुलासा साल 2020 में हुआ था.