देहरादूनः पेपर लीक मामला घटने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) एक बार फिर परीक्षा आयोजित करने के लिए सक्षम होने का दावा कर रहा है. आयोग की तरफ से शासन को पत्र भी भेजा गया है जिसमें दावा किया गया है कि, अब आयोग में कई बड़े बदलाव किए गए हैं. ऐसे में अगर शासन उन्हें आगामी परीक्षाओं की जिम्मेदारी देता है तो परीक्षाओं को कराने के लिए अब आयोग पूरी तरह से सक्षम है.
दरअसल, साल 2022 में यूकेएसएसएससी की ओर से कराई गई तमाम भर्ती परीक्षाओं में धांधली के मामले सामने आए थे. ये तमाम मामले तब सामने आए जब स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक का मुद्दा सामने आया. जांच हुई तो धीरे-धीरे आधा दर्जन पेपर लीक मामले सामने आ गए. इसके बाद आयोग की कार्यशैली पर तमाम सवाल खड़े हो गए. शासन ने कार्रवाई करते हुए आयोग के तत्कालिन सचिव को निलंबित कर दिया. साथ ही पेपर लीक मामलों में भारी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी भी की. इसके बाद सरकार ने आयोग की ओर से तमाम परीक्षाओं को निरस्त करते हुए समूह 'ग' की परीक्षाओं की जिम्मेदारी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंप दी.
यूकेएसएसएससी की तमाम भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले के बाद अब एक बार फिर आयोग परीक्षाओं को कराने के लिए तैयार होने का दावा कर रहा है. इस संबंध में आयोग ने शासन को भी पत्र भेज दिया है. इसके साथ ही पत्र में आईटी सेल गठित करने का भी अनुरोध किया है. ज्यादा जानकारी देते हुए आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि भर्ती परीक्षाओं के लिए अब आयोग पूरी तरह से तैयार है. संबध में शासन को पत्र भी भेज दिया है. भेजे गए पत्र में भर्ती के लिए अधियाचन देने के साथ ही आयोग में आईटी सेल गठित करने का प्रपोजल भेजा है. क्योंकि आईटी सेल मजबूत होने से पेपर लीक जैसे मामले पर लगाम लग सकेगी.
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