देहरादूनः उत्तराखंड में पटवारी भर्ती पेपर लीक मामला सामने आने के बाद अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने आगामी परीक्षाओं और परिणामों को लेकर एसटीएफ से विभिन्न जांचों पर जानकारी साझा करने को कहा है. ताकि विभिन्न परीक्षाओं और परीक्षा परिणामों को घोषित करने से जुड़े फैसले आयोग ले सके.
दरअसल, आगामी 22 जनवरी 2023 को वन आरक्षी पद के लिए परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर आयोग ने एसटीएफ से किसी भी तरह की कार्रवाई गतिमान होने पर आयोग को जानकारी देने के लिए कहा है. आयोग ने साफ किया है कि एसटीएफ के क्लीयरेंस के बाद ही इस परीक्षा को आयोजित किया जाएगा. इसके अलावा आयोग ने पुलिस आरक्षी, पीएसी, आईआरबी और अग्निशमन परीक्षा 2021 का परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने को लेकर भी तैयारी अंतिम चरण में होने की बात कही है.
ये भी पढ़ेंः Uttarakhand Patwari paper leak: सभी आरोपी भेजे गए जेल, दो को आज किया था गिरफ्तार
वहीं, उत्तराखंड एसटीएफ से कहा गया है कि यदि इस संदर्भ में एसटीएफ की तरफ से कोई कार्रवाई या जांच गतिमान है तो इसकी जानकारी भी आयोग को दी जाए. आयोग एसटीएफ को क्लीयरेंस देने के बाद ही परीक्षा का परिणाम घोषित करेगा. दूसरी तरफ आयोग ने पुलिस महानिदेशक को भी आयोग के परिसर में सतर्कता और एलआईयू की टीमें तैनात करने के लिए अनुरोध किया है.
दूसरी तरफ पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र के लीक होने के साथ ही जेई, आरएल के साथ ही प्रवक्ता के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की खबरों पर भी आयोग ने एसटीएफ से इस संदर्भ में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. एसटीएफ की तरफ से इस पर साक्ष्य देने के बाद ही कोई निर्णय लेने की बात कही है.
बता दें कि बीती 8 जनवरी 2023 को पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी. जिसका प्रश्न पत्र लीक होने की बात सामने आई थी. जिसके बाद आयोग ने इस परीक्षा को निरस्त करते हुए 12 फरवरी 2023 को परीक्षा को दोबारा करने का फैसला लिया है. वहीं, सहायक लेखाकार की परीक्षा की तिथि को भी बदलते हुए 19 फरवरी 2023 को आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है.
पटवारी पेपर लीक के आरोपीः उत्तराखंड पटवारी पेपर लीक मामले में लोक सेवा आयोग के अति गोपन अनुभाग 3 के अनुभाग अधिकारी संजीव प्रकाश चतुर्वेदी और उसकी पत्नी रितु चतुर्वेदी, राजपाल, संजीव कुमार, रामकुमार, मनीष कुमार और प्रमोद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.