देहरादून: क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल ने 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपनी रणनीति तैयार कर ली है. सत्ता हासिल करने के लिए यूकेडी सड़कों पर उतरने की बजाय अब गांवों का रुख करेगी. केंद्रीय कार्यालय में यूकेडी के अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने यूकेडी की भावी रणनीति को लेकर बात की. साथ ही उत्तर प्रदेश के साथ चल रहे उत्तराखंड की परिसंपत्तियों को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना भी साधा.
यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि 2022 के चुनावों को लेकर पार्टी ने रणनीति तैयार कर ली है. उन्होंने कहा कि अभी तक यूकेडी सड़कों पर उतरकर संघर्ष किया करती थी, लेकिन वो रास्ता जेल की ओर जाता था. अब जहां नीतियां बनती हैं और जहां फैसले और राज्य के भविष्य का निर्धारण होता है, वह सब सत्ता किया करती है. इसलिए यूकेडी का प्रयास है कि गांव के लोगों के साथ मिलकर राज्य बनाने की तर्ज पर राज्य बचाने की लड़ाई लड़ी जाएगी.
इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों को लेकर सरकार से सवाल किये. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अयोग्यता के कारण आज उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश का उपनिवेश बनकर रह गया है. बीते दिनों बदरीनाथ जैसे पवित्र धाम में यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ झूठ बोलने से नहीं चूके. उनका यह कहना कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच परिसंपत्तियों का विवाद शेष नहीं है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
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बता दें कि यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट का कहना है कि अभी भी सिंचाई विभाग की हजारों हेक्टेयर भूमि का स्वामित्व उत्तर प्रदेश के अधीन है. इसके अलावा आवास विकास, जिला पंचायत, वित्त विकास समेत विभिन्न विभागों के करोड़ों रुपए के आर्थिक विवाद अभी भी लंबित हैं. उसके बावजूद योगी आदित्यनाथ के बयान पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की चुप्पी शर्मनाक है.