देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं निरस्त करने की मांग जोर पकड़ने लग गई हैं. इसी कड़ी में उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने बोर्ड परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर केंद्रीय कार्यालय कचहरी रोड पर धरना देकर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है.
यूकेडी के जिलाध्यक्ष विजय बौड़ाई का कहना है कि छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य बेहद अनमोल है. इसके साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. संक्रमित मरीजों की संख्या पंद्रह सौ के आसपास पहुंच गई है. शहरों के कई इलाकों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कंटेनमेंट जोन बना दिए गए हैं. ऐसी स्थिति में बोर्ड परीक्षाएं करवाना छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ होगा.
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उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में छात्र और शिक्षक जब विद्यालय पहुंचेंगे तो उस दौरान सामाजिक दूरी का पालन करवाना बेहद मुश्किल होगा. यूकेडी के जिला अध्यक्ष का कहना है कि कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं कराई जा रही हैं. बल्कि सीबीएसई की परीक्षाएं भी नहीं हो रही हैं. ऐसे में राज्य सरकार को वर्तमान हालातों को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं नहीं करानी चाहिए, क्योंकि इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं.
यूकेडी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से छात्र मनोवैज्ञानिक रुप से परीक्षाएं देने की स्थिति में नहीं हैं. उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों में छात्रों के स्वास्थ्य एवं जीवन को ध्यान में रखते हुए जनहित में बोर्ड परीक्षाओं को शीघ्र स्थगित किया जाए.