देहरादून: चार धाम यात्रा को महज कुछ दिन ही बचे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए गाइडलाइन जारी करने जा रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके.
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रविंद्र थपलियाल ने बताया कि प्रचार-प्रसार विभाग को निर्देशित करके सभी यात्रा रूटों पर श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिये बैनर, पोस्टर लगाये जाएंगे, जिससे यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा के बारे में पता चल सके.
बता दें कि यदि कोई श्रद्धालु पहले से ही बीमार है तो उसे यात्रा मार्गों पर जाने से पूर्व जागरूक करने के साथ ही बताया जायेगा कि उन्हें किस प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आ सकती हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी यात्रा मार्ग पर आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ गर्म और ऊनी वस्त्र लेकर चलने के लिए भी निर्देशित कर रहा है.
एक नजर में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां.
स्वस्थ एवं सुरक्षित चार धाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन की है, जिसके अनुसार...
- अपने साथ गर्म और ऊनी वस्त्र अवश्य लेकर चलें.
- ह्रदय रोग, सांस रोग, मधुमेह और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होने वाली बीमारियों से ग्रस्त रोगी विशेष सावधानी बरतें.
- अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा और चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखें.
- चिकित्सक द्वारा लिखी गई औषधियां यात्रा के दौरान अपने साथ लाएं.
- धूम्रपान और मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें.
- यात्रा के दौरान पानी पीते रहे और भूखे पेट न रहें.
केदारनाथ पैदल मार्ग में जाने वाले यात्रियों के लिए स्वास्थ्य सुविधा इन क्षेत्रों में मिलेगी.
- जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग
- गुप्तकाशी
- फाटा
- सोनप्रयाग
साथ ही केदारनाथ पैदल मार्ग के सोनप्रयाग, छोड़ी, जंगल चट्टी, रामबाड़ा, छोटी लिनचोली, लिनचोली, कैंची, रुद्र प्वाइंट, निम टेंट कॉलोनी, केदारनाथ में चिकित्सा राहत केंद्र बनाये गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां...
- केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 14 एंबुलेंस तैनात की गई हैं.
- बदरीनाथ मार्ग पर 17 छोटे एवं बड़े चिकित्सालय तथा 28 एंबुलेंस तैनात की गई हैं.
- गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर 22 छोटे एवं बड़े चिकित्सालय तथा 17 एंबुलेंस लगाई गई हैं.
- यमुनोत्री में दो तथा गंगोत्री मार्ग पर एक चिकित्सा केंद्र बनाया गया है. साथ ही राम मंदिर, भंडेलिगाड़, और भैरव मंदिर में फर्स्ट मेडिकल रिस्पांडर तैनात किए गए हैं.