देहरादून: उत्तराखंड में विद्युत कर्मियों की हड़ताल से प्रदेश के उद्योग क्षेत्र को तकरीबन सौ से डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हुआ है. इसको लेकर उत्तराखंड इंडस्ट्री एसोसिएशन ने कड़ी नाराजगी जताई है. साथ ही प्रदेश सरकार से विद्युत कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
उत्तराखंड इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने उद्योग मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मचारियों द्वारा इंडस्ट्रियल फीडर डाउन करना एक संगीन अपराध है. यह प्रदेश की नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संपदा से खिलवाड़ है.
पंकज गुप्ता ने मंत्री गणेश जोशी से विद्युत कर्मचारियों द्वारा 16 से 18 घंटे तक बाधित की गई विद्युत आपूर्ति को लेकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा उत्तराखंड के औद्योगिक क्षेत्र को तकरीबन 100 से डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हुआ है. इसे अपराध की श्रेणी में लाया जाना चाहिए.
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पंकज गुप्ता ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा तकरीबन 16 से 18 घंटे तक इंडस्ट्रियल फीडर को डाउन किया गया. जिससे प्रदेश की तकरीबन 7 से 8 हजार इंडस्ट्री प्रभावित हुईं. फैक्ट्रियों में विद्युत सप्लाई न होने से कच्चा माल खराब हुआ. बिल जनरेट नहीं किए जा सके और कई जगहों पर तैयार माल को नहीं पहुंचाया जा सका.
उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने की वजह से उद्योगों को तकरीबन सौ से डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हुआ है. यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि मानव निर्मित सोच समझ कर किया गया अपराध है, जिस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं, उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने कहा निश्चित तौर से विद्युत कर्मियों की हड़ताल की वजह से प्रदेश के अलग-अलग वर्ग को परेशानी हुई है, यह गलत है. औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होने की वजह से 100 करोड़ का और सरकार का 40 करोड़ का नुकसान हुआ है. इस विषय पर सरकार गंभीर है और जल्द ही उचित समाधान निकाला जाएगा.