मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में कई होटल खुले में सीवरेज छोड़ने के साथ ही गंदगी फैला रहे हैं. ऐसे ही तीन होटलों पर मसूरी प्रशासन ने कार्रवाई की है. एसडीएम मसूरी नंदन कुमार ने तीन होटल को सील करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके बाद होटल प्रबंधकों में हड़कंप मचा हुआ है.
एसडीएम मसूरी के निर्देशों के बाद मसूरी नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में गढ़वाल जल संस्थान और पुलिस की टीम तीन होटलों को सील करने पहुंची, जिसका मसूरी होटल एसोसिएशन ने विरोध किया. मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल और उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि दिल्ली में जी 20 सम्मेलन होने के कारण मसूरी में पर्यटकों की अत्याधिक भीड़ है. ऐसे में मसूरी के प्रतिष्ठित होटलों पर सीलिंग की कार्रवाई से पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर पड़ेगा. जिसको लेकर उन्होंने एसडीएम मसूरी से वार्ता कर होटलों में सीलिंग की कार्रवाई को रोकने का आग्रह किया.
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उन्होंने कहा कि एकाएक होटलों पर सीलिंग की कार्रवाई से होटल में रह रहे पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. साथ ही पर्यटन की दृष्टि से इसका बुरा असर मसूरी के पर्यटन व्यवसाय पर पड़ेगा. एसडीएम मसूरी ने होटल में रह रहे पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसको लेकर सील होने वाले होटलों को एक दिन की छूट दी है. उन्होंने होटल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि वो कल किसी भी पर्यटक को कमरा न दें.
उन्होंने सभी से लिखित एफिडेविट भी कोर्ट में प्रस्तुत कर सीवरेज प्लांट और फैली गंदगी को 15 सितंबर तक पूर्ण रूप से दूर कर एसडीएम कोर्ट में प्रस्तुत होने के निर्देश दिये. सामाजिक कार्यकर्ता मोहन पेटवाल ने कहा कि मसूरी में कई होटल खुले में सीवरेज छोड़ रहे हैं, जिससे कई क्षेत्रों में गंदगी और बदबू से बुरा हाल है, जिसको लेकर मसूरी के स्थानीय लोगों ने एसडीएम मसूरी से शिकायत की थी, जिसका एसडीएम मसूरी ने संज्ञान लिया और कार्रवाई की.
मसूरी गढ़वाल जल संस्थान के सहायक अभियंता त्रिपेन रावत ने कहा कि विभाग ने खुले में सीवरेज छोड़ने वाले होटलों को नोटिस दिया था. उसके बाद भी होटलों ने अपनी सीवरेज व्यवस्था सही नहीं की, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई.
वहीं, नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि एसडीएम मसूरी ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कार्रवाई की है. मसूरी के तीन होटलों ने सीवरेज ट्रीटमेंट को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया. इन होटलों का सीवरेज लीक होकर मुख्य सड़क से होता हुए मुख्य चौराहे पर बह रहा है, जिसका खुद एसडीएम मसूरी ने निरीक्षण किया था, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई.