देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. देहरादून में बुधवार को छात्रा समेत तीन लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या 21 पहुंच गई है. वहीं, कोरोना के बीच डेंगू के केस बढ़ने से लोगों में खौफ है.
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को आईएमएस यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाली 22 वर्षीय छात्रा और सीमाद्वार निवासी 41 वर्षीय पुरुष समेत पिट्ठूवाला माजरा निवासी 31 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई है. इनमें से 2 मरीजों का महंत इंद्रेश अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि, छात्रा का मैक्स अस्पताल में इलाज जारी है. बीते रोज भी शास्त्री नगर निवासी 33 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई थी. इसके साथ ही डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 21 पहुंच गया है. हालांकि, राहत की बात ये है कि अभी तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है.
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वहीं, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग, लार्विसाइड और इंसेक्टिसाइड का छिड़काव किया जा रहा है. अब तक जिले के 8,772 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया है. जिसे विभाग की टीमों ने नष्ट किया. देहरादून जिले के वेक्टर जनित रोग अधिकारी सुभाष जोशी की मानें तो बुधवार को 3 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. तीनों मरीजों की स्थिति सामान्य है.
डेंगू फैलने से ऐसे रोकेंः बरसात के दौरान घरों में पानी जमा न होने दें. कूलर से समय-समय पर पानी निकालते रहें. गमलों में पानी इकट्ठा न होने दें. टायर में पानी जमा न होने दें. साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही लंबी बाजू की शर्ट और लंबी पेंट पहनें. मच्छरों को भगाने वाले रिपलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें.
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डेंगू के लक्षणः बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.