देहरादून: प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (uttarakhand assembly election 2022) नजदीक हैं. ऐसे में दावेदारों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. वहीं उत्तराखंड कांग्रेस में भले ही अंदर खाने गुटबाजी के साथ भाजपा में जाने वालों की भी अच्छी खासी संख्या रही हो, लेकिन फिर भी राज्य में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों का जमावड़ा दिखाई दे रहा है. अभी राज्य में आम आदमी पार्टी की जगह कांग्रेस के टिकट को पाने के लिए नेताओं में खींचतान मची हुई है. यही कारण है कि प्रदेश की 70 सीटों में करीब 600 लोगों ने टिकट की दावेदारी की है.
उत्तराखंड में स्क्रीनिंग कमेटी (Congress Screening Committee) के जरिए कांग्रेस के संभावित दावेदारों पर विचार शुरू हो गया है. प्रदेश कांग्रेस में लोकसभा के स्तर पर विभिन्न विधानसभा सीटों में दावेदारी करने वाले नेताओं की सूची भी तैयार कर ली गई है. कांग्रेस के मुताबिक राज्य में 600 ऐसे नेता हैं जो विभिन्न विधानसभा सीटों से अब तक दावेदारी कर चुके हैं. विभिन्न सीटों पर अपना दावा पेश कर रहे हैं. जाहिर है कि इतनी बड़ी संख्या में दावेदारों के सामने आने से कांग्रेस भी गदगद दिखाई दे रही है. दरअसल, दावेदारों की ज्यादा संख्या के चलते पार्टी के पास चुनाव लड़वाने के लिए कई विकल्प हैं. हालांकि इससे पार्टी की मुसीबत भी बढ़ी है.
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पार्टी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस पर तमाम नेता विश्वास करते हुए टिकट की डिमांड कर रहे हैं. इस बार काफी बड़ी संख्या में दावेदार भी सामने आए हैं. इसी संदर्भ में अलग-अलग दावेदारों से बात करते हुए स्क्रीनिंग कमेटी के सामने 600 पार्टी नेताओं ने दावेदारी की है. हालांकि इनमें से केवल 70 पार्टी नेताओं को ही टिकट दिए जाने हैं. लेकिन अब स्क्रीनिंग कमेटी इन सभी 600 दावेदारों में मजबूत नेताओं की अलग से सूची तैयार कर रही है. इस संदर्भ में 3-3 नामों का पैनल तैयार किया जाएगा और उसके बाद पार्टी हाईकमान किसी एक नाम पर अंतिम मुहर लगाएगा.