देहरादून: जहरीली शराब मामले में देहरादून एसएसपी ने कोतवाली प्रभारी शिशुपाल सिंह नेगी, धारा चौकी प्रभारी कुलवंत सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पथरिया पीर इलाके में अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है. इसके अलावा देहरादून में शराब की दुकाने भी बंद कर दी गई हैं, ताकि शहर का माहौल न खराब है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जहरीली शराब के पीने से 6 लोगों की मौत हुई है. वो ठेके से ही बेची गई थी.
दरअसल, नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब पीने दो दिनों के अंदर 6 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, 6 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनकी हालत भी नाजुक बताई जा रही है. इनमें से 4 लोगों का इलाज ऋषिकेश एम्स जबकि 2 लोगों का इलाज मैक्स अस्पताल में चल रहा है. शुक्रवार शाम तक इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया था, जिसके बाद जिलाधिकारी और एसएसपी भी मौके पर पहुंचे.
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इस तरह की खबरें भी सामने आ रही थीं कि जो शराब क्षेत्र में अवैध रूप से बेची गई थी वो ठेके के ही खरीदी गई थी. इलाके में जो लोग शराब को तस्करी में शामिल थे उनकी धरपकड़ के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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पुलिस ने इस मामले में अभीतक मुख्य आरोपी गौरव को गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार शाम गौरव की मां को हिरासत में लिया गया था. बाकी आरोपी फरार हैं. जिन आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है उनमें घोंचू, पंकज, राजा और विशाल हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये सभी पुलिस की मिलीभगत से इस इलाके में अवैध शराब का काम करते है.
जब इस बारे में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी से बात करने की कोशिश की तो वो मीडिया से बचते हुए नजर आए. हालांकि, मौके पर मौजूद देहरादून जिला अधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि घटना बेहद गंभीर है. पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.