देहरादून: बीती रोज लंबी जद्दोजहद के बाद सेमवाल गांव के कमलेश भट्ट का अंतिम संस्कार ऋषिकेश के पूर्णानंद घाट पर कर दिया गया. इस दौरान कमलेश के परिजनों ने नम आंखों से बेटे को विदाई देते हुए राज्य सरकार का धन्यवाद किया. कमलेश के चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने कमलेश के शव को दिल्ली से ऋषिकेश लाने की व्यवस्था करने और राज्य सरकार के मामले पर संज्ञान लेने के प्रयासों की सराहना की. कमलेश ने कहा राज्य सरकार ने कमलेश के परिवार की पीड़ा को समझा, जिसके कारण कमलेश की परिजन अपने बेटे के अंतिम दर्शन कर सकें.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कमलेश के भाई ने कहा जब वे कमलेश के शव को लेने के लिए दिल्ली गये तो वहां पहले से प्रोटोकॉल और व्यवस्था अधिकारी मौजूद थे, जिसे देखकर उनके मन को बहुत सुकून मिला. उन्होंने कहा जैसा सहयोग त्रिवेंद्र सरकार ने कमलेश के परिवार के साथ किया है, वैसे ही हर किसी के साथ करना चाहिए. उन्होंने कहा इस दुख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी थी, जिससे परिवार को राहत मिली.
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इससे पहले कमलेश भट्ट के परिवार ने माली हालत का हवाला देकर त्रिवेंद्र सरकार से मदद की अपील करते हुए भावुक संदेश दिया था. जिसमें उन्होंने उत्तराखंड सरकार से कमलेश के पार्थिव शरीर को लाने की व्यवस्था करने की बात कही है. कमलेश के चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने गरीबी रेखा से भी नीचे रह रहे इस परिवार के लिए सरकार से सहयोग की अपील की थी.
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त्रिवेंद्र सरकार ने परिवार की परेशानियों को समझते हुए कमलेश के शव को दिल्ली एयरपोर्ट से लाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की. सीएम के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट और ओएसडी धीरेंद्र पंवार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इस पर मदद का भरोसा दिया. जिसके बाद त्रिवेंद्र सरकार ने एंबुलेंस की व्यवस्था करते हुए अनुमति पत्र के साथ कमलेश के परिजनों को दिल्ली भेजा था.