मसूरी: उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ ने लच्छीवाला फ्लाईओवर पर टोल टैक्स लगाए जाने के विरोध में मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पवार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने स्थानीय व्यवसायिक वाहनों को कर से मुक्त किए जाने की मांग की.
टैक्सी मैक्सी महासंघ अध्यक्ष सुंदर सिंह पवार और महामंत्री अनमोल अग्रवाल ने लच्छीवाला फ्लाईओवर पर लगने वाले टोल टैक्स के विरोध में सीएम के ओएसडी धीरेंद्र सिंह पवार से मुलाकात की. वहीं, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में देकर देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश, जौलीग्रांट, हरिद्वार की गाड़ियों को टैक्स से मुक्त किए जाने की मांग की.
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महासंघ के अध्यक्ष सुंदर सिंह पवार ने कहा कि छोटे वाहन टैक्सी मैक्सियों का एक तरफ का टोल टैक्स ₹85 तय किया गया है, जो कि बहुत अधिक है. लॉकडाउन के दौरान वैसे ही व्यवसायिक वाहन स्वामियों की हालत बद से बदतर हो रखी है. वह अब थोड़ा बहुत काम शुरू हुआ है तो राष्ट्रीय राजमार्ग के सबसे व्यस्त लच्छीवाला फ्लाईओवर पर टोल टैक्स लगा दिया गया है, जिससे वाहन स्वामी काफी परेशान है.
उन्होने कहा कि टोल टैक्स के विरोध में व्यवसायिक वाहन स्वामियों ने टोल प्लाजा पर आंदोलन भी किया है. टैक्सी मैक्सी महासंघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह स्थानीय व्यवसायिक वाहनों को टोल टैक्स से मुक्त करें और अगर यह संभव नहीं है तो 20 किलोमीटर तक जाने पर किसी प्रकार की व्यवासासिक वाहनों पर टैक्स ना लगाए.
वहीं ऋषिकेश, हरिद्वार, जॉली ग्रांट, मसूरी के वाहनों से ₹20 प्रति चक्कर लिया जाए. खाली वाहनों से किसी प्रकार का कोई टैक्स ना लिया जाए. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र सिंह पवार ने तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी पंकज मौर्य को संज्ञान लेने के साथ उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के द्वारा की गई मांग पर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.