हरिद्वार: गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए पिछले दो दशकों से लड़ाई लड़ने वाले मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने बदरीनाथ धाम में अनशन कर रहे मौनी बाबा का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि जब पुजारी और रावल वहां पूजा कर सकते हैं और कई सौ मजदूर वहां कार्य कर सकते हैं, तो कुछ संतों को भगवान बदरीनाथ के दर्शन क्यों नहीं करने दिया जा रहे है? उन्होंने कहा आज 9 दिन के बाद भी कोई मौनी बाबा की सुध लेने वाला भी नहीं है, जबकि इसकी जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री दोनों को है.
स्वामी शिवानंद ने कहा कि धर्मराज मौनी बाबा लगभग 30 सालों से भगवान बदरीनाथ के धाम में रहकर ही तपस्या कर रहे हैं और भगवान बदरीनाथ के दर्शन के बाद ही अन्न ग्रहण करते चले आ रहे हैं. ऐसे संतों को मंदिर में दर्शन करने से रोका जाना अपने आप में सनातन धर्म के विरोध के समान है. अपने आप को धर्म समर्थित पार्टी कहने वाले मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री द्वारा धर्म विरोधी गतिविधियां किया जाना कहीं ना कहीं उत्तराखंड की आज की हालत की मुख्य वजह है.
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बता दें, मौनी बाबा पिछले 9 दिनों से बदरीनाथ धाम में अनशन कर रहे हैं, जिन्होंने अब जल भी त्याग दिया है, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी मंत्री अधिकारी उनकी सुध लेने की प्रयास नहीं कर रहा है.