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राज्यपाल बनने से पहले कोश्यारी ने जताई थी अध्यात्म जीवने जीने की इच्छा

महाराष्ट्र के महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने स्वर्गाश्रम स्थित भागीरथी आश्रम और परमार्थ निकेतन आश्रम में काफी समय बिताया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.

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Published : Oct 7, 2019, 12:54 PM IST

राज्यपाल बनने से पहले कोश्यारी ने चुनाव न लड़ने और अधात्म के आत्मसात की जताई थी इच्छा.

ऋषिकेश: महाराष्ट्र के महामहिम और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सोमवार को तीर्थनगरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने स्वर्गाश्रम स्थित भागीरथी आश्रम और परमार्थ निकेतन आश्रम में काफी समय बिताया. वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनका जोरदार स्वागत किया. वहीं भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि राज्यपाल बनने से पहले भगत सिंह कोश्यारी ने अध्यात्म जीवन जीने इच्छा जताई थी.

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भागीरथी आश्रम के महागुरु के साथ आश्रम में काफी समय बिताया. जहां उन्होंने भगीरथी आश्रम के महागुरु के साथ कई विषयों पर चर्चा की. भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि भगत सिंह कोश्यारी का आश्रम में आना-जाना पिछले कई वर्षों से रहा है. वह इस आश्रम में अपने परिवार के संग भी आते रहे हैं. उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही इस आश्रम में आकर अपनी इच्छा जताई थी कि वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते और राजनीतिक जीवन से दूर जाना चाहते हैं.

महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का ऋषिकेश में जोरदार स्वागत.

पढ़ें-विस्तारीकरण के बाद बढ़ी दून नगर निगम की जिम्मेदारी, सफाई के लिए रखे गए 650 सफाई कर्मी

उन्होंने कहा था कि वे अपना बाकी जीवन आध्यात्म के साथ बिताना चाहते हैं. हालांकि कुछ समय बाद उनको महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया गया, लेकिन यह पद भी राजनीति से दूर है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भागीरथी आश्रम के स्वामी से मुलाकात करने के बाद परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद से मुलाकात की और गंगा आरती में भी भाग लिया.

ऋषिकेश: महाराष्ट्र के महामहिम और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सोमवार को तीर्थनगरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने स्वर्गाश्रम स्थित भागीरथी आश्रम और परमार्थ निकेतन आश्रम में काफी समय बिताया. वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनका जोरदार स्वागत किया. वहीं भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि राज्यपाल बनने से पहले भगत सिंह कोश्यारी ने अध्यात्म जीवन जीने इच्छा जताई थी.

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भागीरथी आश्रम के महागुरु के साथ आश्रम में काफी समय बिताया. जहां उन्होंने भगीरथी आश्रम के महागुरु के साथ कई विषयों पर चर्चा की. भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि भगत सिंह कोश्यारी का आश्रम में आना-जाना पिछले कई वर्षों से रहा है. वह इस आश्रम में अपने परिवार के संग भी आते रहे हैं. उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही इस आश्रम में आकर अपनी इच्छा जताई थी कि वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते और राजनीतिक जीवन से दूर जाना चाहते हैं.

महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का ऋषिकेश में जोरदार स्वागत.

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उन्होंने कहा था कि वे अपना बाकी जीवन आध्यात्म के साथ बिताना चाहते हैं. हालांकि कुछ समय बाद उनको महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया गया, लेकिन यह पद भी राजनीति से दूर है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भागीरथी आश्रम के स्वामी से मुलाकात करने के बाद परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद से मुलाकात की और गंगा आरती में भी भाग लिया.

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Folder name-- Bhagat Singh Koshiyari

ऋषिकेश-- उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी हाल ही में महाराष्ट्र गवर्नर बनने के बाद पहली बार ऋषिकेश पहुंचे यहां पहुंचकर उन्होंने स्वर्गाश्रम स्थित भागीरथी आश्रम और परमार्थ निकेतन आश्रम में अपना काफी समय बिताया यहां पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनका जोरदार स्वागत किया वही भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि राज्यपाल बनने से पहले भगत सिंह कोश्यारी ने अध्यात्म जीवन जीने इच्छा जताई थी।


Body:वी/ओ-- रविवार देर शाम महाराष्ट्र गवर्नर भगत सिंह कोशियारी ऋषिकेश स्थित भागीरथी आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने भागीरथी आश्रम के महागुरु के साथ आश्रम में काफी समय बिताया आश्रम पहुंचकर भगीरथी आश्रम के महागुरु के साथ कई विषयों पर उन्होंने चर्चा भी की भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि भगत सिंह कोश्यारी का आश्रम में आना-जाना पिछले कई वर्षों से है वह इस आश्रम में अपने परिवार के संग भी आते रहे हैं उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही इस आश्रम में आकर अपनी इच्छा जताई थी कि वह अब चुनाव नहीं लेना चाहते और राजनीतिक जीवन से दूर जाना चाहते हैं उन्होंने कहा था कि मैं आप अपना बाकी का जीवन आध्यात्म के साथ बिताना चाहता हूं हालांकि कुछ समय बाद उनको महाराष्ट्र का गवर्नर बना दिया गया लेकिन यह पद भी राजनीति से दूर है।


Conclusion:वी/ओ-- महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भागीरथी आश्रम के स्वामी से मुलाकात करने के बाद परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के पर माध्यक स्वामी चिदानंद से मुलाकात की और देर शाम गंगा के किनारे होने वाली गंगा आरती में भी सहभाग किया।

बाईट--ज्ञानानंद सरस्वती(भगीरथी आश्रम संचालक)
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