ऋषिकेश: महाराष्ट्र के महामहिम और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सोमवार को तीर्थनगरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने स्वर्गाश्रम स्थित भागीरथी आश्रम और परमार्थ निकेतन आश्रम में काफी समय बिताया. वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनका जोरदार स्वागत किया. वहीं भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि राज्यपाल बनने से पहले भगत सिंह कोश्यारी ने अध्यात्म जीवन जीने इच्छा जताई थी.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भागीरथी आश्रम के महागुरु के साथ आश्रम में काफी समय बिताया. जहां उन्होंने भगीरथी आश्रम के महागुरु के साथ कई विषयों पर चर्चा की. भागीरथी आश्रम के स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि भगत सिंह कोश्यारी का आश्रम में आना-जाना पिछले कई वर्षों से रहा है. वह इस आश्रम में अपने परिवार के संग भी आते रहे हैं. उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही इस आश्रम में आकर अपनी इच्छा जताई थी कि वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते और राजनीतिक जीवन से दूर जाना चाहते हैं.
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उन्होंने कहा था कि वे अपना बाकी जीवन आध्यात्म के साथ बिताना चाहते हैं. हालांकि कुछ समय बाद उनको महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया गया, लेकिन यह पद भी राजनीति से दूर है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भागीरथी आश्रम के स्वामी से मुलाकात करने के बाद परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद से मुलाकात की और गंगा आरती में भी भाग लिया.