देहरादून: कांग्रेस नेता सहित 3 पुलिसकर्मियों द्वारा आईजी की सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर प्रॉपर्टी डीलर से लूटपाट मामले में एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. बता दें कि लूटकांड मामले में तीनों पुलिसकर्मियों सहित कांग्रेस नेता जमानत पर हैं.
एसटीएफ ने लूटपाट मामले में कांग्रेस नेता अनुपम शर्मा, निलंबित दरोगा दिनेश नेगी, सिपाही हिमांशु उपाध्याय और मनोज अधिकारी के वकील के खिलाफ संबंधित धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है. बता दें कि सुनवाई के दौरान लूट से जुड़ी रकम का खुलासा और किसी भी तरह की बरामदगी न होने के कारण चारों को जमानत मिल गई थी.
राजपुर रोड पर 4 अप्रैल की रात आईजी अजय रौतेला की कार से 3 पुलिसकर्मियों और कांग्रेसी नेता ने प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पवार से आचार संहिता का डर दिखाकर एक करोड़ रुपये लूट लिए थे. मामला दर्ज होने के बाद एसटीएफ को जांच सौंप दी गई थी. एसटीएफ ने मामले की विवेचना करते हुए पुलिसकर्मियों से पूछताछ शुरू कर दी थी. तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों और अनुपम शर्मा ने पूछताछ में खुद को निर्दोष बताया था, लेकिन एसटीएफ ने गहनता से पूछताछ करने पर काफी साक्ष्य सामने आए.
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आचार संहिता का उल्लंघन बताकर दिया लूट को अंजाम
बता दें कि एसटीएफ जांच के दौरान 4 अप्रैल की रात को हुई लूट पर मोहर लगाते हुए तीनों पुलिसकर्मी दरोगा दिनेश नेगी, कॉन्स्टेबल हिमांशु उपाध्याय और मनोज सहित कांग्रेस नेता अनुपम शर्मा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. 17 अप्रैल को चारों आरोपियों को पुनीत कुमार सीजीएम 5 के यहां पेश करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. एसटीएफ की प्रार्थना पत्र पर चारों को 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया गया था.
थाना डालनवाला ने लूटकांड में प्रयोग हुई कार को अपने कब्जे में लिया था, लेकिन डीआईजी कार्यालय से कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद गाड़ी को रिलीज कर दी गई थी. बाद में सभी को कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
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डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि तीनों पुलिसकर्मी और कांग्रेस नेता के खिलाफ एसटीएफ ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. मामले की विवेचना में यह राज नहीं खुल पाया कि आरोपियों द्वारा कितनी रकम लूटी गई थी. साथ ही घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल की कॉल डिटेल लोकेशन के अलावा डब्ल्यूएलसी से जुटाए साक्ष्य दिए गए हैं.