देहरादून: साल 2016 के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (VPDO) भर्ती घोटाले (Uttarakhand VPDO recruitment scam) में UKSSSC के पूर्व अध्यक्ष समेत 6 आरोपियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा VPDO भर्ती घोटाले में दाखिल की गई चार्जशीट में इन लोगों के नाम हैं.
उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि उसने विजिलेंस कोर्ट में 4500 पन्नों की जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें UKSSSC के पूर्व अध्यक्ष आरबीएस रावत, सचिव एम एस कन्याल, एग्जाम कंट्रोलर आरएस पोखरिया और लखनऊ RMS प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान, उसके भाई संजीव चौहान और प्रेस कर्मचारी विपिन बिहारी के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया है.
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आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस: एसटीएफ की 4500 पन्नों की चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ तमाम साक्ष्य और सबूत सहित पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस दाखिल किए गए हैं. FSL रिपोर्ट में यह बात साबित हो चुकी है कि परीक्षा की ओएमआर सीट से छेड़छाड़ कर नौकरी पाने वाले अभियुक्तों को फायदा पहुंचाया गया.
जांच पड़ताल में इस बात के भी प्रमाण सामने आए कि तत्कालीन UKSSSC (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के पूर्व अध्यक्ष व सचिव के घर जाकर आरोपित लोगों ने आंसर शीट में छेड़छाड़ कर नंबर बढ़ाने का अपराध किया.
12 आरोपियों में से 9 के खिलाफ चार्जशीट: बता दें कि कुछ महीने पहले ही VPDO भर्ती घोटाले 2016 की जांच विजिलेंस से STF को ट्रांसफर की गई थी. ऐसे में एसटीएफ ने इस केस में UKSSSC अधिकारियों सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया था. STF इस केस में पहले मुकेश कुमार, राजेश पाल और मुकेश शर्मा के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. ऐसे में अब तक 9 लोगों के खिलाफ इस केस में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. बाकी 3 लोगों के खिलाफ भी जल्द आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल की तैयारी है.
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हाकम सहित तीन लोगों के खिलाफ भी जल्द होगी चार्टशीट दाखिल: एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक VPDO भर्ती घोटाले में अब तक 9 लोगों के खिलाफ पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस के साथ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. वहीं आने वाले दिनों इस केस चर्चित में हाकम सिंह, चंदन सिह मनराल और शातिर केंद्रपाल के खिलाफ भी जल्द चार्जशीट कोर्ट में दाखिल होगी.
एसटीएफ ने जांच में दिखाई तत्परता: बता दें कि वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी VPDO भर्ती घोटाले का मामला सामने आने के बाद वर्ष 2020 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज कराया. लेकिन विजिलेंस में लंबे समय तक जांच अधर में लटकने के चलते सितंबर 2022 में मामले की इन्वेस्टिगेशन STF को ट्रांसफर हुई. ऐसे में एसटीएफ ने आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार कर अभियुक्त बनाया. अब तक 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. STF के मुताबिक अब आने वाले दिनों में हाकम सिंह सहित अन्य 3 लोगों पर भी चार्जशीट दाखिल करने की कार्रवाई तेजी से चल रही है.